1.डिजिटल परिवर्तन के रोमांचक दौर से गुजर रहा भारत: आईएमएफ
• भारत वर्तमान में डिजिटल परिवर्तन के रोमांचक दौर से गुजर रहा है। पूरी दुनिया को भारत की इस यात्रा से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। यह कहना अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का। आईएमएफ ने अपनी नई किताब में देश की डिजिटल क्रांति को लेकर की गई केस स्टडी को शामिल भी किया है।
• आईएमएफ के वित्त विभाग के निदेशक विटोर गैस्पर के मुताबिक, आईएमएफ की किताब का शीर्षक डिजिटल रेवोल्यूशन इन पब्लिक फाइनेंस होगा।
• उन्होंने किताब का जिक्र करते हुए कहा, इसमें बताया गया है कि सार्वजनिक वित्त के क्षेत्र में डिजिटल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किस तरह से हो रहा है। किताब में एक केस स्टडी भारत की भी है।
• गैस्पर के मुताबिक, वर्तमान में भारत डिजिटल क्रांति के क्षेत्र में एक वैकल्पिक और रोमांचक दौर से गुजर रहा है, जिसमें नई तकनीक के साथ सार्वजनिक प्रशासन में डिजिटल प्रौद्योगिकी और डिजिटल रिकार्ड का उपयोग किया जा रहा है।
• इसमें वित्तीय समावेशन और बायोमैट्रिक्स तकनीकी का उपयोग शामिल है।गैस्पर ने कहा, इन नवीन प्रौद्योगिकियों को जोड़ने से संभंव है कि भारत में कार्यक्र मों-खासकर ग्रामीण आबादी से जुड़े कार्यक्र मों में सुधार किया जा सके।
• उन्होंने कहा कि भारत में डिजिटल परिवर्तन की प्रक्रि या में पहले से बेहतर लक्ष्यीकरण और कीमत का बेहतर मूल्य (वैल्यू फार मनी) देने की पेशकश की गई है।
• गैस्पर ने कहा कि आईएमएफ को लगता है कि भारत जिस मार्ग पर चल रहा है उससे हमें काफी कुछ सीखने को मिल सकता है और हम इसका करीबी से अनुसरण कर रहे हैं।

2. इकोनामी ने दूसरी तिमाही में पकड़ा जोर
• आयात में लगातार मजबूत वृद्धि से लगता है कि देश में मांग अच्छी है। जुलाई-सितम्बर तिमाही में आर्थिक वृद्धि में सुधार ने फिर जोर पकड़ लिया है। यह बात वित्तीय सेवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी मार्गन स्टेनली की एक रपट में कही गई है।
• मार्गन स्टेनली की इस अनुसंधान रपट के अनुसार नियंतण्र अर्थव्यवस्था में वृद्धि अच्छी रहने की उम्मीद है और इसी के चलते निर्यात को समर्थन मिलने की संभावना है। नोट में कहा गया है कि निर्यात में सहायक वृद्धि और उपभोग में वृद्धि से हमारे पास आगे बढ़ने का एक साफ रास्ता है और उम्मीद है कि सितम्बर तिमाही में अर्थव्यवस्था में स्थिर सुधार होगा।
• सितम्बर में भारत का निर्यात 25.67 फीसद बढ़कर 28.61 अरब डालर रहा है जो पिछले छह महीने में सबसे अधिक वृद्धि है। इसी अवधि में आयात भी 18.09 फीसद बढ़कर 37.6 अरब डालर रहा है जो इससे पिछले साल सितम्बर में 31.83 अरब डालर था।

3. भारत ने दिए संकेत, अफगानिस्तान में और बढ़ेगी उसकी सक्रियता

• ऐसे समय जब अफगानिस्तान में राजनीतिक हालात काफी तेजी से बदल रहे हैं और अमेरिका वहां भारत को और सक्रिय होने के लिए आमंत्रित कर रहा है तब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल का अफगानिस्तान पहुंचना बेहद अहम है।
• यह भारत की तरफ से वैश्विक बिरादरी को एक संकेत भी है कि वह अफगानिस्तान में अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार है। डोभाल की इस यात्र से पड़ोसी देश पाकिस्तान को जरूर मिर्ची लगेगी क्योंकि वह न सिर्फ डोभाल की अफगान नीति को बेहद संदेह से देखता है बल्कि हाल ही में उसने कहा भी है कि भारत की वहां कोई भूमिका नहीं है।
• विदेश मंत्रलय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, डोभाल सोमवार सुबह काबुल पहुंचे। वहां उनकी मुलाकात राष्ट्रपति अशरफ गनी और सीईओ अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह से हुई। अफगानिस्तान के एनएसए हनीफ अतमर ने उनके सम्मान में एक भोज भी दिया जिसमें दोनों देशों के रक्षा विभागों के कई अधिकारी, अफगानिस्तान के विदेश, रक्षा व आतंरिक सुरक्षा मंत्रलय के आला अधिकारियों का समूह और राज्य सरकारों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
• अफगानिस्तान में तमाम मंत्रलयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ डोभाल की यह पहली बैठक थी। इसे हाल के दिनों में भारत व अफगानिस्तान के बीच उच्च स्तर पर जारी विमर्श की एक अहम कड़ी के तौर पर देखा जा रहा है।
• डोभाल की अफगान अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय रणनीति व वैश्विक मुद्दों पर भी विस्तार से बात हुई। दोनों पक्षों ने पूरे क्षेत्र में शांति व स्थायित्व के लिए आपसी सहयोग को और बढ़ावा देने पर सहमति जताई। इस दौरान अमेरिका की नई अफगान नीति पर भी विमर्श हुआ।
• भारत की तरफ से बताया गया कि वह अफगानिस्तान में जारी ¨हंसा का समाधान वहां के स्थानीय नागरिकों की इच्छा के अनुरूप करने में पूरा सहयोग देगा। माना जा रहा है कि डोभाल और अतमर के बीच अफगानी सुरक्षा बलों को भारत में प्रशिक्षण देने पर बात हुई। साथ ही भारत की तरफ से अफगानिस्तान के विकास के लिए घोषित सौ से भी ज्यादा कार्यक्रमों पर भी चर्चा हुई।
• सूत्रों के मुताबिक, डोभाल की यात्र के जरिये भारत ने पाकिस्तान के उस

बयान का करारा जवाब दे दिया है कि अफगान समस्या में भारत की कोई भूमिका नहीं है। हाल ही में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद अब्बासी ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान यह भी कहा था कि भारत को अफगानिस्तान में किसी तरह की राजनीतिक भूमिका निभाने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए।
• डोभाल ने अफगानिस्तान की यात्र कर साफ कर दिया है कि भारत वहां स्थायी शांति के लिए काम करता रहेगा। पिछले हफ्ते शंघाई सहयोग संगठन के तत्वाधान में अफगानिस्तान को लेकर हुई बैठक में भी भारत ने कहा है कि अफगान समस्या का समाधान वहां के नागरिकों की तरफ से ही निकाला जाना चाहिए।
• बहरहाल, पाकिस्तान को यह और नागवार गुजरेगा कि डोभाल और अतमर के बीच सहमति बनी है कि दोनों देश आपसी रणनीतिक रिश्ते और प्रगाढ़ करेंगे। राष्ट्रपति गनी के जल्द ही भारत आने के भी आसार हैं।

4. वेनेजुएला : राज्यों के चुनाव में मादुरो सरकार की भारी जीत

• वेनेजुएला में संपन्न क्षेत्रीय चुनाव में राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की सरकार ने एकतरफा जीत हासिल कर ली है। हालांकि आधिकारिक परिणाम को विपक्ष ने संदेहास्पद करार दिया है।
• नेशनल इलेक्शन काउंसिल द्वारा घोषित परिणामों के मुताबिक, वेनेजुएला में संपन्न क्षेत्रीय चुनाव में राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की सोशलिस्ट पार्टी ने कुल 23 राज्यों में से 17 में एकतरफा जीत हासिल की है जबकि विपक्षी डेमोक्रेटिक यूनियन राउंडटेबल (एमयूडी) गठबंधन को केवल पांच सीटों पर सफलता मिली है।
• कुल 61.14 प्रतिशत मतदान हुआ था।मादुरो ने बताया, उनकी सरकार ने अपने प्रतिद्वंद्वियों पर एक शानदार जीत दर्ज की है। राष्ट्रपति ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, विपक्ष केवल पांच राज्यों में जीता है। उन्होंने कहा, उनकी पार्टी एक और राज्य में जीत दर्ज कर सकती है जहां से अभी परिणाम नहीं आया है।
• चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में अनुमान व्यक्त किया गया था कि भारी मतदान को दबाने के लिए सरकार की कथित तिकड़मों के बावजूद ज्यादातर राज्यों में विपक्ष जीत सकता है।
• विपक्ष ने खारिज किए चुनाव परिणाम : वेनेजुएला की विपक्षी डेमोक्रेटिक यूनियन राउंडटेबल ने कहा है कि उसने रविवार को देश में हुए क्षेत्रीय चुनावों के परिणाम को खारिज कर दिया है जिसमें अधिकारिक रूप से राष्ट्रपति निकोलस मदुरो की सोशलिस्ट पार्टी को भारी जीत मिली है।
• एमयूडी के प्रचार निदेशक गेरारडो ब्लायडे ने कहा, इस समय हम किसी भी परिणाम को नहीं मानते। हम देश के लिए बहुत गंभीर पलों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने परिणामों की पूरी जांच की भी मांग की।

5. भारत-अमेरिकी आर्थिक रिश्तों में मजबूती

• अमेरिका-भारत के बीच आर्थिक संबंध काफी मजबूत और विविधतापूर्ण हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली अमेरिका के अमेरिका दौरे से इन्हें और मजबूती मिली है। इसदौरान जेटली ने अमेरिकी नेतृत्व के साथ भारत की चिंता से जुड़े कई अहम मुद्दों को उठाया। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने यह जानकारी दी।
• जेटली अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आइएमएफ) और विश्व बैंक की सालाना बैठक में भाग लेने के लिए एक हफ्ते के अमेरिका दौरे पर थे।
• गर्ग ने कहा कि अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीवन मैन्यूशिन और वाणिज्य मंत्री विलबर रॉस के साथ जेटली की बैठक से बढ़ावा मिला है। जेटली ने यात्र के दौरान अपनी बैठकों में एच-1 बी वीजा और सामाजिक सुरक्षा समेत भारत को परेशान करने वाले कई मुद्दों को उठाया।
• यह वीजा पेशेवरों को पांच से सात साल के लिए प्रदान किया जाता है। जबकि सामाजिक सुरक्षा के लिए कर्मचारी को 10 साल तक अमेरिका में रहना होता है। इसका मतलब यह है कि जो लोग इस तरह के आप्रवासी वीजा पर आते हैं, अगर बीच में वापस चले जाते हैं तो अपना सामाजिक सुरक्षा अंशदान गंवा बैठते हैं।
• अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शीर्ष प्रशासन से जुड़े अफसरों ने भारत की चिंताओं को ध्यान में रखकर इन्हें सुलझाने का आश्वासन दिया है। अलबत्ता यह आसान फैसला नहीं है। इससे कई देश प्रभावित होते हैं। गर्ग के मुताबिक भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संतुलन के मामले में संभव है कि जल्द कोई नतीजा नहीं निकले। द्विपक्षीय व्यापार तुलनात्मक प्रतिस्पर्धा और साथ ही संसाधन स्थान के आधार पर होता है। इसलिए अमेरिका के साथ व्यापार संतुलन का मुद्दा काफी जटिल है। मसलन, भारत को मध्य पूर्व में कभी भी व्यापार का संतुलन नहीं होगा, क्योंकि वहां से तेल का बड़े पैमाने पर आयात किया जाता है।
• व्यापार असंतुलन को ठीक करने के लिए अमेरिका भारत को अधिक निर्यात करने की कोशिश कर सकता है। इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी कच्चे तेल की पहली खेप भारत पहुंची। भारतीय कंपनियां अगले एक साल में दो अरब डॉलर के कच्चे तेल की खरीद करने की योजना बना रही थीं। भारत ने अमरीकी कंपनियों को अरबों डॉलर के भारी-भरकम ऑर्डर दे रखे हैं। भारत-अमेरिकी व्यापार बाजार की जमीनी वास्तविकताओं से प्रेरित है।

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. अमेरिका-द.कोरिया का नौसैनिक अभ्यास शुरू

• अमेरिका और दक्षिण कोरिया का संयुक्त नौसैनिक अभ्यास सोमवार को कोरियाई प्रायद्वीप के समुद्र में शुरू हो गया। इस अभ्यास से इलाके के हालात और बिगड़ने की आशंका है। उत्तर कोरिया ने कह रखा है कि अगर अमेरिका भड़कावे की हरकतों से बाज नहीं आया तो वह उसके गुआम स्थित बड़े सैन्य अड्डे को तबाह कर देगा।
• ताजा बयान में उत्तर कोरिया ने अमेरिका को जंग का कारोबारी और शांति का गला घोंटने वाला कहा है। कहा है कि वह दक्षिण कोरिया और जापान को हथियार बेचने के लिए इलाके में युद्ध जैसे हालात बनाए हुए है। 1 16 से शुरू होकर 20 अक्टूबर तक चलने वाले अमेरिका और दक्षिण कोरिया के नौसैनिक अभ्यास में कुल 40 युद्धपोत हिस्सा लेंगे।
• अभ्यास का नेतृत्व परमाणु हथियारों से लैस अमेरिकी विमानवाहक पोत यूएसएस रोनाल्ड रीगन करेगा। उत्तर कोरिया ने इस नौसैनिक अभ्यास को युद्ध का पूर्वाभ्यास बताया है। इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप के निर्देश पर समस्या के शांतिपूर्ण समाधान के लिए उत्तर कोरिया से बातचीत के प्रयास जारी हैं।
• जब तक पहला बम नहीं गिरता, तब तक ये प्रयास जारी रहेंगे। उल्लेखनीय है कि तीन सितंबर को उत्तर कोरिया के छठे परमाणु परीक्षण के बाद कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव काफी बढ़ा है। उत्तर कोरिया के लंबी दूरी की बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण की तैयारी की भी खबर है।
• अमेरिका की मुख्य भूमि तक मार करने के उद्देश्य से यह परीक्षण किया जाएगा। यह परीक्षण किसी भी दिन हो सकता है।

7. अफगान मसले पर चीन और पाक के साथ मस्कट में वार्ता

• अमेरिका, चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सोमवार को ओमान की राजधानी मस्कट में बैठक शुरू हुई। इसमें चारों देशों के विदेश मंत्रलय के वरिष्ठ प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। चारों देशों की बैठक में अफगान सरकार और तालिबान के बीच शांति वार्ता दोबारा शुरू करने पर चर्चा हो रही है।
• चार देशों के समन्वय समूह की बैठक में पाकिस्तान टीम की अगुआई विदेश सचिव तहमीना जंजुआ कर रही हैं। टोलो न्यूज ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्रलय के प्रवक्ता शाकिब मुस्तगनी के हवाले से बताया कि बैठक में प्रतिबद्धताओं खासतौर पर आतंकवाद से मुकाबले में पाकिस्तान के वादों को अमल में लाने के मसले पर चर्चा होगी। इसके अलावा आतंकरोधी प्रयासों पर नए विचारों को भी साझा किया जाएगा।
• चारों देशों में यह वार्ता एक साल के बाद हो रही है। मई 2016 में अमेरिका के ड्रोन हमले में तालिबान के सरगना मुल्ला अख्तर मंसूर के मारे जाने के बाद यह पहली वार्ता है।
• गौरतलब है कि इससे पहले चारों देशों में पांच बार वार्ता हो चुकी है। इनमें शांति वार्ता को पटरी पर लाने की रूपरेखा तैयार की गई लेकिन अपने वादे पर पाकिस्तान के खरा नहीं उतरने के चलते यह अधर में लटक गई थी।

8. आईएनएस किलतान नौसेना में शामिल

• रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने दुश्मनों की पनडुब्बी को नष्ट करने वाले स्वदेश निर्मित स्टील्थ कर्वेट आईएनएस किलतान को सोमवार को यहां पूर्वी नौसेना कमान में जहाजी बेड़े में शामिल किया।
• एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारतीय नौसेना के शस्त्रागार में शामिल होने वाले शिवालिक श्रेणी, कोलकाता श्रेणी और आईएनएस कमोर्ता और आईएनएस कदमट्ट के बाद इसी श्रेणी का तीसरा किलतान नया स्वदेशी युद्धपोत है।
• यह भारत का पहला मुख्य युद्धपोत है, जो कार्बन फाइबर से बना है। इससे इसकी स्टील्थ विशिष्टताएं उन्नत हुई हैं और मरम्मत की लागत कम हुई है। नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा, पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एचएस बिष्ट और अन्य वरिष्ठ अधिकारी यहां नौसेना डॉकयार्ड में कार्यक्रम में शामिल हुए।
• सीतारमण ने इस मौके पर कहा कि आईएनएस किलतान हमारी रक्षा पण्राली को मजबूत करता है और चूंकि यह पूरी तरह यहां बना है तो यह हमारे ‘‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम में चमकता पोत होगा।
• आईएनएस किलतान पहला बड़ा युद्धपोत है, जिसने प्रायोगिक परियोजना के तौर पर सभी मुख्य हथियारों और सेंसरों का समुद्र में परीक्षण किया है और वह भारतीय नौसेना में शामिल किए जाने के दिन से ही संचालन के लिए तैयार है।
• भविष्य में इस युद्धपोत पर छोटी दूरी की जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल पण्राली और पनडुब्बी रोधी युद्धपोत हेलिकॉप्टर भी तैनात किए जाएंगे। इस जहाज का नाम लक्षद्वीप और मिनिकॉय द्वीप समूह के नजदीक स्थित एक द्वीप के नाम पर है।

9. रक्षा बलों की तैयारी पर संसदीय समिति करेगी विचार

• संसद की रक्षा मंत्रालय से संबंधित समिति अगले एक वर्ष के दौरान रक्षा बलों की मौजूदा तैयारियों, अंतरराष्ट्रीय सीमा और अन्य सामरिक स्थानों पर बारहों महीने सड़क सम्पर्क एवं रक्षा बलों को उपलब्ध कराए जा रहे राशन की गुणवत्ता की निगरानी व्यवस्था आदि पर विचार करेगी।
• लोकसभा सचिवाल

विभिन्न हिस्सों और अंतरिक्ष में स्थित वेधशालाओं ने गामा किरण के रूप में प्रकाश पुंज का पता लगाया। अब तक के विश्लेषण से गुरुत्वीय तरंग और प्रकाश के एक ही स्नोत से उत्पन्न होने की बात सामने आई है।
• मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों द्वारा दो ब्लैक होल के विलय के कारण उत्पन्न गुरुत्वीय तरंगों का पता लगाने के दो साल से भी कम समय के बाद यह घटना सामने आई है।
• सापेक्षता का सिद्धांत देने वाले महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने वर्ष 1916 में पहली बार गुरुत्वीय तरंग के अस्तित्व की बात कही थी। वर्ष 2017 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार इसी खोज के लिए तीन अमेरिकी वैज्ञानिकों (रेनर विस, बैरी बैरिश और किप थोर्न) को दिया गया है।
• गड़गड़ाहट जैसी आवाज : हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के फिलिप कॉपर्थवेट ने बताया कि गुरुत्वीय तरंग गड़गड़ाहट के साथ पकड़ में आई। ऐसी गर्जना पहले भी सुनी जा चुकी थी, यह पहला मौका है जब गुरुत्वीय तरंगों के साथ प्रकाश का विस्फोट भी देखा गया है। जब ये तरंगें पृथ्वी से होकर गुजरीं तो लीगो में लगे उपकरण ने लेजर की मदद से कंपकंपाहट को पकड़ लिया।

13. टीएम कृष्णा:- प्रसिद्ध गायक टीएम कृष्णा को वर्ष 2015-16 के लिए 30वें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

य की विधायी शाखा के बुलेटिन के अनुसार, रक्षा मंत्रालय से संबंधित संसद की स्थायी समिति द्वारा वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान रक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र की हिस्सेदारी समेत उन महत्वपूर्ण रक्षा और विकास पहलों का मूल्यांकन किया जाना शामिल है जिसके कारण नवोन्मेष को बढ़ावा मिला और पिछले 10 वर्षो के दौरान आयात का स्वरूप बदला हो।
• समिति रक्षा सेवाओं में प्रतिरक्षा उपकरणों से जुड़ी खरीद नीति का भी मूल्यांकन करेगी इसके अलावा वह सामरिक महत्व की रक्षा आस्तियों से जुड़ी दुर्घटनाओं की समीक्षा करेगी।
• इसके अलावा संसदीय समिति प्रादेशिक सेना की अतिरिक्त बटालियन का गठन करने सहित इको टास्क फोर्स पण्राली को मजबूत बनाने और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अत्याधुनिक विकास को देखते हुए रक्षा कर्मियों के प्रशिक्षण की पण्राली को दुरुस्त करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।

10. एसएएफ से जुड़ेगा आसन कंजर्वेशन रिजर्व

• देश के पहले कंजर्वेशन रिजर्व के 444 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली 25 हजार क्यूसेक जल क्षमता वाली आसन झील और इसके आसपास का क्षेत्र अब विश्व फलक पर छा जाएगा। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यकम के तहत अंतरराष्ट्रीय संस्था कन्वेंशन ऑफ माइग्रेट्री स्पीसीज (सीएमएस) की ओर से मांगे गए नए वेटलैंड के प्रस्ताव के क्रम में उत्तराखंड वन विभाग ने देहरादून में आसन कंजर्वेशन रिजर्व का प्रस्ताव भेजा है।
• इसे मंजूरी मिलते ही यह रिजर्व सेंट्रल एशियन फ्लाईवेज (एसएएफ) की विभिन्न साइट्स से जुड़ जाएगा, जिनका संचालन सीएमएस के जरिये होता है। एसएएफ वह हवाई मार्ग है, जिससे होकर प्रवासी परिंदे भारत में आते-जाते रहते हैं।
• सीएमएस वह संस्था है जो प्रवासी परिंदों के संरक्षण की दिशा में विश्वभर में कार्य करती है। वर्तमान में इससे 130 देश जुड़े हैं। भारत समेत मध्य एशिया के देश भी इससे जुड़े हैं। उत्तराखंड के अपर प्रमुख वन संरक्षक डॉ.धनंजय मोहन बताते हैं कि सीएमएस नए वेटलैंड जोड़ता रहता है।
• इस कड़ी में भारत समेत अन्य देशों से आग्रह किया गया था कि यदि वे चाहें तो अपने यहां के वेटलैंड के संबंध में प्रस्ताव भेजें। केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय सीएमएस से जुड़ा है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड से आसन वेटलैंड को इसमें शामिल करने का प्रस्ताव पर्यावरण एवं वन मंत्रलय के माध्यम से सीएमएस को भेज दिया गया है।
• देहरादून के विकासनगर क्षेत्र में स्थित आसन वेटलैंड को देश का पहला कंजर्वेशन होने का गौरव प्राप्त है। आसन कंजर्वेशन रिजर्व1उत्तराखंड में प्रवासी परिंदों की ऐशगाह आसन कंजर्वेशन रिजर्व 14 अगस्त 2005 में तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने देश को समर्पित किया था।
• विकासनगर (देहरादून) से आठ किमी दूर इस रिजर्व में अक्टूबर में प्रवासी परिंदों का आगमन होता है और ये मार्च आखिर तक रुकते हैं। सुर्खाब यानी रूडी शेल्डक का तो ये पसंदीदा स्थल है। मेहमान परिंदों के उड़ान भरने के बाद अप्रैल से सितंबर तक यहां देशी पक्षियों का राज रहता है।

11. सौर मंडल में मौजूद नौवां ग्रह हो सकता ‘सुपर अर्थ’

• पृथ्वी के वजन से 10 गुना अधिक भारी और सूर्य से वरुण(नेपच्यून) ग्रह के बीच की दूरी से बीस गुना अधिक दूर सौर मंडल में नौवां ग्रह मौजूद है। नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह ग्रह सौर मंडल का खोया हुआ ‘सुपर अर्थ’ हो सकता है।
• कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट के ग्रह वैज्ञानिक कांस्टेंटिन बाटीजिन ने कहा कि नौवें ग्रह की उपस्थिति को लेकर मिले अब तक के संकेत अप्रत्यक्ष हैं लेकिन हमारे अनुमान को और अधिक मजबूत बनाते हैं।
• हमारे अवलोकन के पांच मानक हैं। अगर हम इन्हें नजरअंदाज करते हैं तो गुत्थी सुलझाने की जगह और उलझा लेंगे। वैज्ञानिकों को कुइपर बेल्ट (वरुण ग्रह से तारों के बीच की जगह) में छह पिंड भी मिले हैं जिनके अंडाकार कक्ष एक ही दिशा में हैं।
• ये सभी कक्ष भी सूर्य की परिक्रमा करने वाले ग्रहों की तरह 30 डिग्री तक झुके हुए हैं। खोज में यह भी सामने आया कि पिछले 4.5 खरब वर्षो में संभवत: नौवें ग्रह ने ही सौर मंडल के ग्रहों को झुकाया हो। नासा के ग्रह विज्ञान विभाग के निदेशक जिम ग्रीन के अनुसार हमने केवल अपने सीमित अवलोकन से नौवें ग्रह का अनुमान लगाया है। यह एक प्रक्रिया की शुरुआत है जिसके काफी रोमांचक परिणाम आ सकते हैं।

12. गुरुत्वीय तरंग व प्रकाश का साथ में चला पता

• अमेरिकी और यूरोपीय वैज्ञानिकों ने पहली बार गुरुत्वीय तरंग के स्नोत से साथ में उत्सर्जित होने वाले प्रकाश का पता लगाया है। तेरह करोड़ वर्ष पहले दो न्यूट्रॉन तारों के टक्कर से उत्पन्न तरंगों का पहली बार 17 अगस्त को पता चला था।
• लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रैविटेशनल वेव ऑब्जर्वेटरीज (लीगो, वाशिंगटन और लुसियाना) और इटली में स्थित विगरे के वैज्ञानिकों ने खगोलीय घटना से पैदा तरंगों को पकड़ा था।

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