🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗
* 8 December 2017*

1.येरूशलम की घोषणा ऐतिहासिक : नेतन्याहू
• इस्रइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा येरूशलम को यहूदी देश की राजधानी के तौर पर मान्यता देने को ऐतिहासिक, साहसी और उचित फैसला बताते हुए कहा कि इससे शांति कायम करने में मदद मिलेगी।
• उन्होंने कहा कि यहूदी देश पवित्र स्थलों पर यथास्थिति को बरकरार रखते हुए यहूदियों, ईसाइयों और मुस्लिमों के लिए प्रार्थना करने की आजादी को सुनिश्चित करेगा। नेतन्याहू ने एक बयान में कहा, यह ऐतिहासिक दिन है। यह करीब 70 वर्षो से इस्रइल की राजधानी रहा है।
• येरूशलम तीन सदियों से हमारी उम्मीदों, हमारे सपनों, हमारी दुआओं के केंद्र में रहा है। यह 3,000 वर्षो से यहूदी लोगों की राजधानी रही है। यहां हमारे पवित्र स्थल हैं, हमारे राजाओं ने शासन किया है और हमारे पैंगबरों ने उपदेश दिए हैं। ट्रंप की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक पुराने लेकिन स्थायी सत्य की ओर उनकी प्रतिबद्धता दिखाता है।
• इस्रइली प्रधानमंत्री ने कहा, ट्रंप द्वारा आज की घोषणा एक अवसर है। हम येरूशलम को इस्रइल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने तथा यहां अमेरिकी दूतावास खोलने की तैयारी करने के उनके साहस और उचित निर्णय के लिए पूरी तरह उनके आभारी हैं।
• नेतन्याहू ने अमेरिका के फैसले को पवित्र शहर के इतिहास में नया और मील का पत्थर बताते हुए कहा कि दुनियाभर के यहूदी लोग इसके स्वर्ण पत्थरों को छूने और इसकी पवित्र गलियों में चलने के लिए हमेशा येरूशलम लौटना चाहते हैं।
• उन्होंने कहा कि अमेरिका की घोषणा से शांति के सपने को साकार करने में मदद मिलेगी। उन्होंने सभी देशों से येरूशलम को देश की राजधानी के तौर पर मान्यता देने और अपने अपने दूतावास यहां खोलने की अपील की।
• ट्रंप का निर्णय साहसिक : हेली : संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने येरूशलम को इस्रइल की राजधानी के तौर पर मान्यता दे कर साहसिक और ऐतिहासिक कदम उठाया है।
• भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक निक्की हेली ने कहा, राष्ट्रपति ने बेहद साहसिक और ऐतिहासिक कदम उठाया है, जिसका लंबे समय से इंतजार था। विश्व भर में सभी देशों की राजधानी में अमेरिका का दूतावास है। अब इस्रइल भी इससे अलग नहीं है। यह एकदम न्यायपूर्ण और सही कदम है।
• दूतावास स्थानांतरण पर तत्काल कार्य करेंगे : टिलरसन : अमेरिका के रक्षा मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा कि विदेश विभाग राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर ‘‘तत्काल’ कार्य करेगा और इस्रइल में अमेरिकी दूतावास को तेल अबीब से येरूशलम स्थानांतरित की तैयारी शुरू करेगा।

2. फिलिस्तीन पर हमारी नीति स्वतंत्र : भारत
• अमेरिका द्वारा येरूशलम को इस्रइल की राजधानी के रूप में मान्यता देने पर भारत ने संतुलित प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि फिलिस्तीन को लेकर उसकी स्वतंत्र एवं सतत नीति बरकरार है।
• विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, फिलिस्तीन को लेकर भारत का रुख स्वतंत्र एवं सतत है, जो हमारे हितों एवं दृष्टिकोण के आधार पर बना है और यह किसी अन्य तीसरे देश द्वारा तय नहीं किया गया है।
• उमर बोले , भारत का रुख अस्पष्ट : जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अमेरिका द्वारा येरूशलम को इस्रइल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने पर केंद्र सरकार के रुख को अस्पष्ट बताया । उन्होंने कहा कि अतीत में इस तरह के कदम पर भारत की ओर से तीखी आलोचना होती थी।

3. अरब, यूरोप के बाद संयुक्त राष्ट्र ने भी डोनाल्ड ट्रम्प के फैसले को नकारा
• येरूशलम को इजरायल की राजधानी घोषित करने के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फैसले पर अमेरिका दुनिया में अलग-थलग पड़ता नजर रहा है। अरब और यूरोपीय यूनियन के साथ ही ब्रिटेन, जर्मनी जैसे अन्य कई देशों के साथ ही यूएन ने अमेरिकी राष्ट्रपति की इस घोषणा का खुलकर विरोध किया है।
• यूएन सुरक्षा परिषद के दो स्थाई सदस्यों- ब्रिटेन, फ्रांस के साथ ही अस्थाई सदस्यों बोलिविया, मिस्र, इटली, सेनेगल, स्वीडन और उरुग्वे की मांग और मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए यूएन ने शुक्रवार को आपात बैठक बुलाई है।
• मिस्र और अरब देशों ने कहा कि अमेरिका ने फिलस्तीन और इजरायल मसले को सुलझाने के लिए मध्यस्थता की संभावना को खत्म कर दिया है। फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी ने कहा है कि इससे इजरायल-फिलस्तीन का मुद्दा उलझेगा।
• फिलस्तीनी शरणार्थी गाजापट्‌टी, यमन और कई स्थानों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इंडोनेशिया, मलेशिया, चीन ने भी अमेरिकी फैसले का विरोध किया है। सऊदी अरब ने कहा कि इसके गंभीर परिणाम होंगे। तुर्की ने अमेरिका से फैसले पर विचार करने को कहा है।
• खत्म करेंगे इजरायल की मान्यता: फिलस्तीन :-फिलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा कि अमेरिका का निर्णय फिलस्तीनिया और अरब जगत को मंजूर नहीं है। हम इसके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाएंगे। दूसरी ओर, इस ट्रम्प के इस फैसले पर आतंकी संगठन अलकायदा और इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने अमेरिका पर हमले की धमकी दी है।

4. एनएसजी की सदस्यता पर रूस ने दिया भारत को समर्थन, चीन को झटका
• परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता के मुद्दे पर चीन और पाकिस्तान को झटका देते हुए रूस ने एक बार फिर भारत का समर्थन किया है। रूस ने कहा, एनएसजी ग्रुप में सदस्यता के लिए भारत और पाकिस्तान के आवेदन की तुलना नहीं की जा सकती है।
• रूस के उपविदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने भारतीय विदेश सचिव एस. जयशंकर से कहा कि इस मुद्दे पर पाकिस्तान के आवेदन को लेकर एकमत नहीं है और ऐसा ही भारत के साथ भी है।
• एनएसजी में भारत की सदस्यता का समर्थन रूस ने ऐसे समय में किया है जब चीन इस मामले में भारत का कड़ा विरोध कर रहा है।
• रूसी विदेश मंत्री ने कहा, हमने एनसीजी में भारत संभावित की सदस्यता के बारे में बात की। रूस हमेशा से भारत की सदस्यता के समर्थन में रहा है। भारत की विश्वसनीयता पर किसी को कोई शक नहीं है।
• रूस के उपविदेश मंत्री ने कहा, पाकिस्तान से नहीं हो सकती भारत की बराबरी
• पाक को मोहरा बनाकर भारत की एनएसजी सदस्यता में रोड़े अटका रहा है चीन
• परमाणु हथियारों के अप्रसार और परमाणु निर्यात पर निगाह रखने वाली संस्था वासनार अरेंजमेंट में भारत को शामिल करने को लेकर विएना में 41 सदस्य देशों के बीच बातचीत चल रही है।
• वासनार अरेंजमेंट की गुरुवार को शुरू हुई बैठक में भारत के सदस्यता आवेदन की जांच-पड़ताल की गई। एक दिन पहले रूस के विदेश मंत्री सर्गेई रीब्कोव ने कहा था कि वासनार के शुरुआती सत्र में ही भारत की सदस्यता को मंजूरी दी जा सकती है।
• भारत न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (एनएसजी), वासनार अरेंजमेंट और ऑस्ट्रेलिया ग्रुप में प्रवेश के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। पिछले साल भारत ने मिसाइल टेक्नाेलॉजीज कंट्रोल रिजाइम (एमटीसीआर) की सदस्यता हासिल की थी। एनएसजी में भारत की सदस्यता में चीन अड़ंगा डालता रहा है।

5. ऑस्ट्रेलियाई संसद ने लगाई समलैंगिक विवाह पर मुहर
• ऑस्ट्रेलिया में समलैंगिक भी अब कानूनी रूप से शादी कर पाएंगे। देश की संसद ने समलैंगिक विवाह बिल पर मुहर लगा दी है। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया उन 20 से ज्यादा देशों में शामिल हो गया जहां इस तरह के विवाह को मान्यता मिल चुकी है।
• इस बिल के पारित होने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया में इस मसले पर दशकों से जारी सियासी तकरार भी समाप्त हो गया।
• 1150 सदस्यीय संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में गुरुवार को चार सांसदों को छोड़ शेष सभी ने इस बिल के पक्ष में मतदान किया। इसके पारित होने पर सदस्यों ने खुशी का इजहार किया और एक-दूसरे को गले लगाकर बधाई दी।
• यह विधेयक पिछले हफ्ते ऊपरी सदन सीनेट में 12 के मुकाबले 43 वोटों से पारित किया गया था। इसके पारित होने पर प्रधानमंत्री टर्नबुल मैल्कम ने सदन में कहा, ‘प्यार, समानता और सम्मान के लिए कितना अच्छा दिन है। ऑस्ट्रेलिया ने यह कर दिखाया है।’
• इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए बड़ी संख्या में समलैंगिक समर्थक राजधानी कैनबरा में संसद के बाहर जमा हुए थे। इसके पारित होने पर उन्होंने जश्न मनाया।
• ऑस्ट्रेलिया में यह कानून शनिवार से प्रभावी हो जाएगा। उस दिन से समलैंगिक जोड़े विवाह के लिए नोटिस दे सकते हैं। इसके बाद वे एक माह के इंतजार के बाद शादी के बंधन में बंध सकेंगे।

6. पेट्रोल में मिलाने के लिए इथेनाल की रिकार्ड आपूति
• भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) के अनुसार पेट्रोल के साथ सम्मिश्रण के लिए तेल विपणन कंपनियों को इथेनाल की आपूर्ति वर्ष 2017-18 में 71 फीसद बढ़कर 113 करोड़ लीटर की रिकार्ड ऊंचाई को छुएगी। इससे चीनी मिलों को 4500 करोड़ रूपये की आय होगी।
• इस्मा ने कहा कि वर्ष 2016-17 के सत्र (दिसम्बर से नवम्बर) में इथेनाल सम्मिश्रण कार्यक्र म के लिए तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) के द्वारा करीब 66 करोड़ लीटर इथेनाल का उठाव किया गया। पिछला रिकार्ड 111 करोड़ लीटर का है जो 2015-16 में बना था।
• इस्मा ने कहा है वर्ष 2017-18 के दौरान इथेनाल आपूर्ति में उछाल खरीद मूल्य में करीब पांच फीसद वृद्धि तथा गन्ने की उपलब्धता में सुधार के कारण है। इस्मा ने एक बयान में कहा, चीनी कंपनियों और इथेनाल विनिर्माताओं ने वर्ष 2017-18 के दौरान 155 करोड़ लीटर की की आपूर्ति का प्रस्ताव रखा है जिसमें से 113 करोड़ लीटर के प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया गया है।
• तेल कंपनियों के द्वारा निविदा जारी की गई थी जिसमें इथेनाल की आपूर्ति करने के लिए चीनी मिलों और इथेनाल विनिर्माताओं से बोली आमंत्रित की गई। इस्मा ने कहा कि पेट्रोल में 10 फीसद सम्मिश्रण करने के लिए 313 करोड़ लीटर इथेनाल की जरूरत है।

7. यूनेस्को ने दी कुंभ मेले को अमूर्त विरासत की अंतरराष्ट्रीय मान्यता

• धरती के सबसे शांतिपूर्ण महामिलन के रुप में विख्यात भारत के कुंभ मेले को यूनेस्को ने मानवता की अमूर्त विरासत के तौर पर अंतरराष्ट्रीय मान्यता दे दी है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किए जाने के बाद भारत की सॉफ्ट डिप्लोमेसी की यह बड़ी कामयाबी है।
• यूनेस्को के अधीन अंतर सरकारी समिति ने दक्षिण कोरिया के जेजू में हुए 12 वें सम्मेलन में ‘कुंभ मेला’ को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में रखने का फैसला किया।
• इससे पहले योग और नवरोज को इस सूची में रखा गया था। दो साल में भारत की यह तीसरी बड़ी कूटनीतिक उपलब्धि है।
• कुंभ मेला इलाहाबाद के संगम तट के अलावा हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में आयोजित होता है जिसमें लाखों लोग शांतिपूर्वक जमा होकर शरीर और आत्मा की शुद्धि करते हैं। जिसका संज्ञान यूनेस्को की कमेटी ने लिया।
• रिवाजों की यह परंपरा अपने आप में अनूठी :-कमेटी ने माना कि पूजा और रिवाजों की यह परंपरा अपने आप में अनूठी है। कमेटी का मानना था कि कुंभ मेला और उसका आयोजन अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों के अनुरूप है क्योंकि इसमें बिना किसी भेदभाव के समाज के हर वर्ग लोग हिस्सा लेने आते हैं।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *