1. 50 से ज्यादा वस्तुओं पर जीएसटी घटा
• जीएसटी परिषद ने सैनिटरी नैपकिन को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) से छूट देने की एक साल से चल रही मांग को शनिवार को पूरा कर दिया। जीएसटी के बारे में निर्णय करने वाले इस सर्वोच्च निकाय ने इसके अलावा टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन तथा बिजली से चलने वाले कुछ घरेलू उपकरणों समेत 50 से ज्यादा उत्पादों पर कर की दरें कम की हैं।
• वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने यहां जीएसटी परिषद की 28वीं बैठक के बाद कहा कि सैनिटरी पैड से जीएसटी कर की दर को 12 प्रतिशत से कम करके शून्य कर दिया गया है। राखी को भी जीएसटी से छूट दे दी गई है। जिन अन्य उत्पादों पर जीएसटी की दर कम की गई हैं, उनमें जूते-चप्पल (फुटवियर), छोटे टीवी, पानी गर्म करने वाला हीटर, बिजली से चलने वाली इस्त्री (आयारानिंग ) मशीन, रेफ्रिजरेटर, बाल सुखाने वाले उपकरण (हेयर ड्रायर), वैक्यूम क्लीनर, खाद्य उपकरण और एथनॉल शामिल हैं। गोयल ने कहा, जीएसटी परिषद ने कई उत्पादों पर कर में कटौती की है।
• राखी को जीएसटी से छूट दी गई है, एथनॉल पर कर को कम करके 5 प्रतिशत किया गया है और दस्तकारी के छोटे सामानों को कर से छूट दी गयी है।’ निर्माण क्षेत्र के काम आने वाले तराशे हुए कोटा पत्थर, सैंड स्टोन और इसी गुणवत्ता के अन्य स्थानीय पत्थरों पर जीएसटी की दर को 18 से घटाकर 12 प्रतिशत किया गया है।
• एक हजार रूपये मूल्य तक के जूते-चप्पल पर अब 5 प्रतिशत का कर लगेगा। पहले यह रियायती दर केवल 500 रपए मूल्य के जूते-चप्पल पर लागू थी। मध्यम वर्ग द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले 17 उत्पादों जैसे पेंट्स, फ्रिज, वाशिंग मशीन, वैक्यूम क्लीनर, पानी गर्म करने वाला हीटर, 68 सेमी तक के टीवी पर कर की दर को 28 प्रतिशत से कम करके 18 प्रतिशत किया गया है। जीएसटी परिषद की अगली बैठक 4 अगस्त को होनी है।
• गोयल ने कहा, जीएसटी की नई दरें 27 जुलाई से लागू की जाएंगी। जीएसटी परिषद ने छोटे कारोबारियों की सुविधा के लिए फैसला किया है कि सालाना पांच करोड़ रुपये से नीचे के कारोबार करने वाले तिमाही रिटर्न दाखिल कर सकते हैं। इस फैसले से 93 प्रतिशत इकाइयों को सुविधा होगी। तिमाही रिटर्न भी मासिक रिटर्न के जैसा ही भरना पड़ेगा। इसमें बी2सी (व्यवसायी से उपभोक्ताओं को बिक्री) और बी2बी (व्यावसायिक इकाई से व्यवसायिक इकाई को आपूत्तर्ि)ए, बी2सी कारोबार करने वाली छोटी इकाइयों के लिये दो साधारण रिटर्न फॉर्म ‘‘सहज‘‘ और ‘‘सुगम‘‘ तैयार किये गये हैं।
• वित्तमंत्री ने बताया, परिषद ने रिवर्स चार्ज व्यवस्था पर अमल को और एक साल (30 सितंबर 2019 तक) के लिए स्थगित कर दिया है। छोटे व्यापारियों के संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के फैसले का स्वागत किया है।
• कैट ने सैनिटरी नैपकिन पर जीएसटी खत्म करने तथा घरेलू उपकरणों पर करों में कटौती किये जाने का भी स्वागत किया है।कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाला ने कहा, शनिवार का फैसला सरकार का सजगतापूर्ण निर्णय है। इससे उपभोक्ता वस्तुओं के दाम कम होंगे, कर का दायरा बढेगा तथा सरकार को ज्यादा राजस्व प्राप्त होगा।

2. आइएमएफ ने चेताया, ट्रेड वार से हो रहा नुकसान
• अमेरिका और चीन के बीच छिड़े ट्रेड वार से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को चेताते हुए शनिवार को यह बात कही। आइएमएफ की यह चेतावनी ऐसे समय में आई है, जबकि एक दिन पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से समूचे आयात पर शुल्क लगाने की धमकी दी है।
• आइएमएफ की प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्ड ने कहा कि ब्यूनस आयर्स में होने वाली जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों व केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की बैठक में अब तक के कदमों से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़े असर को लेकर विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाएगी। अर्जेटीना के वित्त मंत्री निकोलस दुजोने के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में लेगार्ड ने कहा, ‘अब तक के हालात से स्पष्ट है कि इन कदमों का वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर 0.5 फीसद तक का असर पड़ सकता है।’ हालांकि अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते। उनका कहना है कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (अमेरिका) पर अब तक इन कदमों का कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा है। हालांकि उन्होंने कहा कि कुछ कारोबार विशेष पर असर पड़ा है और प्रशासन की इस पर निगाह है।
• चीन की ओर से जवाबी कार्रवाई के तौर पर अमेरिका से होने वाले आयात पर शुल्क लगाने के कारण किसानों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए भी अमेरिकी प्रशासन रास्ता तलाश रहा है।
• दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन के बीच हाल के दिनों में ट्रेड वार को लेकर हालात गंभीर हुए हैं। अब तक दोनों देश एक-दूसरे के 34-34 अरब डॉलर के आयात पर शुल्क लग चुके हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने हालात नहीं सुधरने पर चीन से होने वाले समूचे 500 अरब डॉलर के आयात पर शुल्क लगाने की धमकी दी है। न्यूचिन जी-7 के सहयोगी देशों को भी चीन के खिलाफ अमेरिका के इस कदम में साथ देने के लिए राजी करने का प्रयास करेंगे।
• हालांकि अमेरिका की ओर से यूरोपीय देशों और कनाडा से आयातित इस्पात और एल्युमीनियम पर आयात शुल्क लगाने के कदम के कारण माना जा रहा है कि जी-7 के सदस्य देश अमेरिका का साथ नहीं देंगे।
• ब्यूनस आयर्स में मार्च में हुई जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों की बैठक में ट्रेड पॉलिसी पर कोई नतीजा नहीं निकल सका था। बैठक में केवल इस पर पुन: चर्चा पर सहमति बनी थी। जर्मनी के वित्त मंत्री ओलाफ शॉल्ज ने कहा कि वे इस बैठक में नियम आधारित ट्रेडिंग सिस्टम की वकालत करेंगे। हालांकि इस मसले पर उन्हें भी सहमति बनने की उम्मीद नहीं है।

3. अब ब्रुसलोसिस संक्रमण का खतरा
• मानव और पशुओं के जीवन के लिए घातक बैक्टीरिया जनित गंभीर बीमारी की दस्तक उत्तर प्रदेश में होने से सनसनी मच गई है। ब्रुसलोसिस बीमारी को लेकर राजस्थान, हरियाणा के बाद अब उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया है। बाराबंकी में 12 वर्ष पूर्व सबसे पहले इस गंभीर बीमारी के लक्षण मिले थे।
• बाराबंकी से 15 किलोमीटर दूर निबलेट फार्म पर स्थित दीप प्रजनन केंद्र पर खतरनाक बीमारी ब्रुसलोसिस के लक्षण मिले थे। इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है, इसलिए सैकड़ों पशुओं को 2006 में नष्ट कराया गया था पर उसके बैक्टीरिया नष्ट नहीं हो पाए थे। अब चूंकि हरियाणा और राजस्थान में इसके लक्षण मिले हैं तो पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर पशुओं और पशु चिकित्सकों के खून के नमूने लिए जा रहे हैं।
• पशुओं से इंसानों में फैलने वाली बीमारियों पर छह माह पूर्व शुरू हुई रिसर्च के शुरूआती संकेत ठीक नहीं पाए गए हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च नई दिल्ली की तरफ से पशु विज्ञान विश्वविद्यालय को इसी वर्ष आउटरीच प्रोग्राम मिला है। वैज्ञानिकों की टीम ने पूरे प्रदेश में रिसर्च शुरू कर दिया है।
• खत्म हो जाती है गर्भधारण की क्षमता : लक्षण मिलने के बाद पशुओं को नष्ट कराकर जमीन में दफनाया जाता है लेकिन, कीटाणु नष्ट नहीं होते हैं। निबलेट फार्म के आसपास के गांवों और पशुओं में एक बार फिर खतरा उत्पन्न हो गया है। बीमारी से मादा पशुओं और महिलाओं में गर्भधारण की क्षमता खत्म हो जाती है। साथ ही नर पशुओं व पुरुषों में प्रजनन शक्ति क्षीण हो जाती है।
• ऐसे फैलती है बीमारी : गाय और भैंस से ब्रुसेला अवोरट्स नामक बैक्टीरिया, बकरी, भेड़ से ब्रुसेला मिलिटेंसी बैक्टीरिया और सुअर से ब्रुसेला सुइस नामक बैक्टीरिया मानव को सबसे ज्यादा संक्रमित करते हैं। यह कीटाणु इतने खतरनाक हैं कि हवा, सांस या फिर दूध के माध्यम से भी इंसान के शरीर में पहुंच जाते हैं।
• यह हैं लक्षण : बीमारी से संक्रमित व्यक्ति के शरीर के जोड़ों में दर्द रहने लगता है। इसके अलावा उसे बुखार की शिकायत रहने लगती है। शरीर के जिस अंग पर यह बैक्टीरिया वार करता है, उस पर कोई दवा काम नहीं करती है और अंग काम करना बंद कर देता है।

4. नेपाल-चीन सेना के बीच दूसरा संयुक्त अभ्यास “सागरमाथा फ्रेंडशिप-2′ 17 सितंबर से शुरू होगा
• नेपाल और चीन की सेनाओं के बीच दूसरा संयुक्त सैन्य अभ्यास “सागरमाथा फ्रेंडशिप-2′ 17 सितंबर से शुरू होगा। यह अभ्यास चीन के सिचुआन प्रांत के चेंगदू में होगा। प्लाटून स्तर के इस अभ्यास में दोनों देशों की आेर से 15-15 जवान शामिल होंगे। वैसे यह संख्या अधिक भी हो सकती है।
• पहले 100-100 सैनिकों के शामिल होने की बात हुई थी, लेकिन भौगोलिक कारणों से संख्या कम की गई। इनका नेतृत्व दोनों ओर के कैप्टन करेंगे। इसका उद्देश्य आपसी अनुभव, कौशल और प्रोफेशनल नॉलेज को साझा किया जाना है। इसमें आपदा प्रबंधन और आतंकवाद के खिलाफ अभियान सहित अन्य कौशल और अनुभव को साझा किया जाएगा।
• “सागरमाथा फ्रेंडशिप’ के तहत दोनों देशों की सेनाओं के बीच अभ्यास नेपाल के महाराजगंज में पिछले साल अप्रैल में हुआ था। भारत और अमेरिकी सेना के साथ लंबे समय से संयुक्त अभ्यास कर रहे नेपाल ने पिछले कुछ सालों से चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ सैन्य अभ्यास की शुरुआत की है।
• नेपाल और भारत की सेनाओं के बीच 13 साल से सूर्य किरण नाम से सैन्य अभ्यास होता है। इसमें दोनों ओर से 300-300 जवान शामिल होते हैं।

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