1.सुप्रीम कोर्ट ने उठाई एससी, एसटी प्रोन्नति कोटे में ‘क्रीमीलेयर’ की बात
• सुप्रीम कोर्ट ने उच्च पदों पर आसीन अफसरों के बच्चों को सरकारी नौकरी में प्रोन्नति में आरक्षण का लाभ देने के औचित्य पर सवाल उठाया है। कोर्ट ने पूछा है कि संपन्न वर्ग को आरक्षण के लाभ से बाहर करने वाला क्रीमीलेयर का जो सिद्धांत अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मामले में लागू होता है, वह अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) को प्रोन्नति में आरक्षण के मामले में क्यों नहीं लागू होता? संविधान पीठ इस मामले में बुधवार को फिर सुनवाई करेगी।
• मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्र की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने गुरुवार को अपनी टिप्पणी में कहा कि नौकरी की शुरुआत में आरक्षण का नियम तो ठीक है, लेकिन अगर कोई व्यक्ति आरक्षण का लाभ लेकर राज्य का मुख्य सचिव बन जाता है तो क्या यह तर्कसंगत होगा कि उसके बच्चों को पिछड़ा मानकर प्रोन्नति में आरक्षण दिया जाए और जिससे परिणामी वरिष्ठता भी मिलती हो।
• इस मामले में कोर्ट 2006 के एम. नागराज फैसले को पुनर्विचार के लिए संविधान पीठ को भेजे जाने की जरूरत पर सुनवाई कर रहा है।
• नागराज फैसले पर घमासान : गुरुवार को दिनभर चली सुनवाई में प्रोन्नति में आरक्षण का समर्थन कर रही केंद्र और विभिन्न राज्य सरकारों तथा संगठनों की ओर से पेश अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल, पीएस पटवालिया, इंद्रा जयसिंह आदि ने एम. नागराज के फैसले में दी गई व्यवस्था को गलत बताते हुए उसे दोबारा विचार के लिए संविधान पीठ को भेजे जाने की मांग की, जबकि आरक्षण का विरोध कर रहे संगठनों के वकील पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण और वरिष्ठ वकील राजीव धवन ने फैसले पर पुनर्विचार का विरोध किया।
• 2006 के एम. नागराज फैसले में पांच जजों की पीठ ने व्यवस्था दी थी कि सरकार एससी और एसटी को प्रोन्नति में कोटा देने से पहले उनके पिछड़ेपन और पर्याप्त प्रतिनिधित्व न होने के आंकड़े एकत्र करे। धवन का कहना था कि नागराज का फैसला बिल्कुल सही है। उस फैसले के पीछे की पृष्ठभूमि और उसमें दी गई व्यवस्था का बारीकी से विश्लेषण किया जाना चाहिए।
• फैसले में बराबरी के मौलिक अधिकार के बीच है संतुलन : धवन ने कहा कि इंद्रा साहनी के फैसले में कहा गया था कि प्रोन्नति में आरक्षण नहीं हो सकता और इसी के बाद संसद ने कानून में संशोधन करके प्रोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था की थी।
• नागराज के फैसले में संविधान में मिले बराबरी के मौलिक अधिकार के बीच संतुलन कायम करते हुए व्यवस्था दी गई है। याद रहे कि आरक्षण हमेशा के लिए नहीं है और जब तक पिछड़ेपन और प्रतिनिधित्व के आंकड़े नहीं होंगे तब तक यह कैसे जाना जाएगा कि आगे आरक्षण की जरूरत है कि नहीं।
• गुजरात और गुर्जर आंदोलन का हवाला : राजीव धवन ने एससी-एसटी को प्रोन्नति में आरक्षण का लाभ देने वाले कानून के संसद में पारित होने का ब्योरा देते हुए कहा कि ये कानून संसद के दोनों सदनों में बगैर बहस के पारित हुआ था। आरक्षण के खतरनाक परिणाम दिख रहे हैं। उन्होंने इस बारे में गुजरात और गुर्जर आंदोलन का हवाला दिया। धवन ने कहा कि गुर्जर ओबीसी आरक्षण नहीं चाहते, बल्कि एससी-एसटी आरक्षण चाहते हैं।
• एससी-एसटी वर्ग तो अपने आप में पिछड़ा : एससी-एसटी को प्रोन्नति में कोटे का समर्थन कर रहे वकीलों का कहना था कि इसमें क्रीमीलेयर का सिद्धांत लागू नहीं होता।
• एससी-एसटी वर्ग अपने आप में पिछड़ा माना जाता है,जबकि आरक्षण विरोधियों का कहना था कि यह बात ध्यान रखने योग्य है कि आरक्षण हमेशा के लिए लागू नहीं हो सकता। । क्रीमीलेयर का सिद्धांत समानता पर आधारित है। यह संतुलन बनाने के लिए है।

Bilateral

2.‘टू प्लस टू’ में रक्षा सहयोग ही एजेंडे में रहेगा ऊपर
• तकरीबन दो वर्ष पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जब भारत को अमेरिका का सबसे अहम रणनीतिक साङोदार बताया था, तब कई विशेषज्ञों को हैरानी हुई थी। लेकिन जुलाई के अंत में अमेरिकी सरकार ने 90 फीसद तक के उच्च तकनीकी के हथियार बिना लाइसेंस के भारत को देने का फैसला कर ओबामा की बात को सही साबित कर दिया। अब छह सितंबर को नई दिल्ली में भारत और अमेरिका के विदेश व रक्षा मंत्रियों के नेतृत्व में ‘टू प्लस टू’ वार्ता होने जा रही है।
• यह दोनों देशों के रक्षा सहयोग के क्षेत्र में अब तक की सबसे अहम बैठक साबित हो सकती है। यह बैठक लंबी अवधि में भारत-अमेरिका के सैन्य सहयोग की दिशा तय करेगी।
• अमेरिका की प्रधान उप सहायक विदेश मंत्री एलिस जी वेल्स ने स्वयं इस बात के संकेत दिए हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय में अमेरिका के विदेश मंत्री माइकल पोंपियो और रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के स्वागत की तैयारी चल रही है।
• यह दोनों देशों के बीच कूटनीतिक व रणनीतिक रिश्तों की दिशा तय करने के लिए बने फामरूले के तहत पहली बैठक होगी। इसके पहले भारत व अमेरिका के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को लेकर जो वार्ता होती थी उसमें कूटनीतिक, रणनीतिक, ऊर्जा व कारोबारी हर तरह के मुद्दों पर बातचीत होती थी। लेकिन, जून 2017 में पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात में तय हुआ कि कूटनीतिक व रणनीतिक रिश्तों पर खास तौर पर जोर दिया जाए।
• विदेश और रक्षा मंत्रियों की अगुआई में होने वाली इस वार्ता को ‘टू प्लस टू’ नाम दिया गया। 1सूत्रों के मुताबिक, पहली ‘टू प्लस टू’ वार्ता में हिन्द -प्रशांत क्षेत्र में सहयोग का मुद्दा काफी अहम होगा। भारत व अमेरिका के बीच लगातार हिन्द व प्रशांत महासागर की स्थिति में संपर्क बना हुआ है। लेकिन सैन्य दृष्टिकोण से सहयोग के प्रारूप को तय किया जाना शेष है।
• अमेरिका की प्रधान उप सहायक विदेश मंत्री ने कहा भी है कि भारत उनकी हिन्द -प्रशांत महासागर में रणनीति का सबसे अहम हिस्सा होगा। दोनों देश संयुक्त तौर पर इस क्षेत्र के दूसरे छोटे देशों की नौसैनिक ताकत बढ़ाने में भी सहयोग करने के लिए बातचीत करेंगे।
• हाल ही में अमेरिका ने कहा है कि वह दक्षिण एशिया में बांग्लादेश और श्रीलंका की नौसेना को मजबूत करने के लिए उन्हें आर्थिक मदद देगा। यह काम भारत के जरिये किये जाने के आसार हैं।
• इस संभावित बैठक के तकरीबन पांच हफ्ते पहले ट्रंप प्रशासन ने भारत को रणनीतिक कारोबार साङोदार देश एसटीए-1 का दर्जा दिया है। इससे अमेरिकी कंपनियां अपनी 90 फीसद तक हथियारों को भारत में बना सकती हैं। इसके लिए उन्हें अमेरिकी सरकार से लाइसेंस लेने की भी जरूरत नहीं होगी।
• अब ‘टू प्लस टू’ में इस बात पर चर्चा की जाएगी कि भारत की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए तत्काल व लंबी अवधि में और किन हथियारों की जरूरत होगी।
• दरअसल, वर्ष 2008 तक भारत व अमेरिका के बीच कोई सैन्य कारोबार नहीं होता था। लेकिन, आज यह 18 अरब डॉलर का है। अमेरिका आज की तारीख में सबसे ज्यादा सैन्य अभ्यास भारत के साथ करता है।

3.भारत और चीन सामरिक संबंध बढ़ाएंगे
• भारत और चीन ने रक्षा सहयोग और सामरिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के प्रति सहमति जताई है।भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों के बीच बृहस्पतिवार को यहां हुई शिष्टमंडल स्तर की वार्ता में इस बात पर जोर दिया गया। भारत की यात्रा पर आए चीन के रक्षामंत्री जनरल वी फेंग्हे ने सुबह श्रीमती सीतारमण से मुलाकात की जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच शिष्टमंडल स्तर की वार्ता हुई। इससे पहले जनरल वी ने सलामी गारद का निरीक्षण किया।
• श्रीमती सीतारमण ने बातचीत के बाद ट्वीट किया, चीनी रक्षा मंत्री के साथ शिष्टमंडल स्तर की वार्ता हुई जिसमें भारत और चीन के बीच रक्षा सहयोग और सामरिक संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर दिया गया। दोनों देशों की सेनाओं के बीच गत जुलाई में डोकलाम क्षेत्र में लगभग ढाई महीने चले गतिरोध के बाद चीन का कोई वरिष्ठ रक्षा अधिकारी पहली बार भारत यात्रा पर आया है।
• समझा जाता है कि दोनों पक्षों ने बातचीत के दौरान सीमा पर परस्पर विास बढ़ाने के उपायों तथा वास्तविक नियंतण्र रेखा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की।
• दोनों देशों के बीच लगभग साढ़े तीन हजार किलोमीटर लंबी सीमा है जिस पर कई क्षेत्रों में दोनों के बीच विवाद है। चार दिन की यात्रा पर आए जनरल वी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मुलाकात की थी।

ECONOMY

4. मूडीज का 2018-19 में आर्थिक वृद्धि दर 7.5% रहने का अनुमान
• भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2018 और 2019 में 7.5 प्रतिशत रह सकती है। तेल की ऊंची कीमत जरूर चुनौती है लकिन भारत ऐसे बाहरी दबाव से पार पाने में काफी हद तक सक्षम है। मूडीज इनवेस्टर सर्विस ने गुरुवार को यह बात कही।
• वित्त वर्ष 2018-19 के लिए अपने वैश्विक वृहत परिदृश्य में मूडीज ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से ऊर्जा के दाम में वृद्धि से सकल मुद्रा अस्थायी रूप से बढ़ेगी लेकिन वृद्धि की कहानी मजबूत बनी हुई है। इसका कारण मजबूत शहरी और ग्रामीण मांग है और औद्योगिक गतिविधियों में सुधार है।
• मूडीज इनवेस्टर सर्विस ने अपनी रिपोर्ट में कहा, जी-20 की कई अर्थव्यवस्थाओं में वृद्धि संभावना मजबूत बनी हुई है लेकिन इस बात के संकेत हैं कि 2018 में वृद्धि की प्रवृत्ति अलग-अलग रह सकती है।
• ज्यादातर विकसित अर्थव्यवस्थाओं के लिए अल्पकाल में वैश्विक परिदृश्य मजबूत बना हुआ है। वहीं दूसरी तरफ अमेरिका की तरफ से बढ़ते व्यापार संरक्षणवाद, नकदी की कड़ी स्थिति और तेल के ऊंचे दाम के कारण कुछ विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति थोड़ी कमजोर है।
• मूडीज ने 2018 के लिए जी-20 देशों की वृद्धि दर 3.3 प्रतिशत और 2019 में 3.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है। विकसित अर्थव्यवस्थाओं की वृद्धि दर 2018 में 2.3 प्रतिशत और 2019 में 2 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
• वहीं, जी-20 में शामिल उभरते बाजार 2018 और 2019 में 5.1 प्रतिशत वृद्धि के साथ आर्थिक वृद्धि का नेतृत्व करेंगे। उसने कहा, हमारा अनुमान है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2018 और 2019 दोनों वर्षों में 7.5 प्रतिशत रहेगी।
• उल्लेखनीय है कि मूडीज ने मई में 2018 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को कम कर 7.3 प्रतिशत कर दिया था जबकि पूर्व में इसके 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था। भारत की आर्थिक वृद्धि दर वर्ष 2018 की पहली तिमाही में 7.7 प्रतिशत रही है। मूडीज के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र में मजबूत गतिविधियां देखी गईं।
• इसके साथ सामान्य मॉनसून और खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि से ग्रामीण मांग में वृद्धि होनी चाहिए। उसने कहा, तेल की ऊंची कीमत जैसी बाह्य चुनौतियों और वित्तीय मामलों में कड़ी स्थिति के बावजूद वित्त वर्ष की शेष अवधि में वृद्धि संभावना अर्थव्यवस्था की क्षमता के अनुरूप रहेगी।

SCIENCE & TECH

5. भारतीय छात्रों ने बनाया देश का सबसे हल्का माइक्रो उपग्रह
• चेन्नई के इंजीनियरिंग के चार छात्रों द्वारा विकसित किए गए देश के सबसे हल्के माइक्रो उपग्रह जयहिन्द -1एस का शुक्रवार को नासा कोलंबिया साइंटिफिक बलून फैसिलिटी से प्रक्षेपण किया जाएगा। चेन्नई के केलम्बक्कम के ¨हदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस के प्रथम वर्ष के चार छात्रों के जे हरिकृष्णन, पी अमरनाथ, जी सुधी और टी गिरि प्रसाद ने इस उपग्रह का निर्माण किया।
• सबसे हल्के माइक्रो उपग्रह के तौर पर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज इस उपग्रह का वजन मात्र 33.39 ग्राम है। उपग्रह के निर्माण एवं विकास में छात्रों का मार्गदर्शन करने वाले प्रोफेसर जी दिनेश कुमार ने कहा, वर्तमान में इंसान मंगल और अन्य ग्रहों पर आशियाना बनाने की योजना बना रहा है। ऐसे में विभिन्न सामग्रियों और माइक्रोग्रैविटी में वे कैसे काम करेंगी, इसका अध्ययन किया जाना अनिवार्य है।
• उन्होंने बताया कि यह उपग्रह 3डी प्रिंटेड नायलॉन से बनाया गया है जो कि एक विकासशील प्रौद्योगिकी है। यह पदार्थ हल्का होने के बावजूद उच्च ताप और अपघर्षण प्रतिरोधक है, लिहाजा उपग्रह के निर्माण के लिए इसका चयन किया गया। हिंदुस्तान इसके प्रक्षेपण से माइक्रोगैविटी में नायलॉन के काम करने की क्षमता का पता चलेगा और यह भी पता लगाया जा सकेगा कि भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों में इसका इस्तेमाल किया जा सकता हैं अथवा नहीं।
• प्रो. कुमार ने बताया कि यह उपग्रह बलून के त्वरण, उतार-चढ़ाव, विचलन और आवर्ती गतिविधि ताकि उसके प्रक्षेपण पथ का पता लगाया जा सके। उपग्रह तापमान, दाब और आद्र्रता आदि मौसम के मानकों को भी रिकॉर्ड करेगा।

6. 5जी:दिसंबर तक स्पेक्ट्रम नीति बनाने की सिफारिश
• देश में पांचवी पीढ़ी की दूरसंचार सेवाएं शुरू करने के लिए अगले 10 वर्ष में दूरसंचार कंपनियों को उपरकणों पर जहां 250 अरब डॉलर का निवेश करना पड़ेगा वहीं सरकार से इसके वास्ते आवश्यक स्पेक्ट्रम के लिए इस साल के अंत तक नीति बनाने की सिफारिश की गई है।
• नीतिगत सुझाव एवं कार्य योजना के लिए पिछले वर्ष सितंबर में गठित 5जी उच्चस्तरीय फोरम के तहत बनी संचालन समिति ने गुरुवार को यहां सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी।
• समिति के अध्यक्ष एवं अमेरिका के स्टैंफोर्ड यूनिवर्सिटी के मानद प्रोफेसर डाॅ. ए. पाॅलराज ने यहां दूरसंचार सचिव अरुणा सुंदरराजन को रिपोर्ट सौंपते हुये कहा कि देश में 5जी के लिए तीन प्रमुख क्षेत्रों डिप्लोयमेंट, प्रौद्योगिकी और विनिर्माण पर प्रमुखता से ध्यान दिए जाने की जरूरत है।
• उन्होंने कहा कि फोरम ने अभी इसके डिप्लोयमेंट पर ध्यान केन्द्रित करते हुये रिपोर्ट तैयार की है। फोरम के तहत स्पेक्ट्रम नीति, नियामक नीति, शिक्षा और जागरूकता प्रोत्साहन कार्यक्रम, एप्लिकेशन और उपयोग केस लैब, मानक के स्तर विकसित करने, प्रमुख परीक्षण और प्रदर्शन तथा अंतरराष्ट्रीय मानकों की भागीदारी पर कुल सात कार्यबल गठित किये गए थे और उनकी रिपोर्ट के आधार पर सिफारिशें की गयी हैं।
• भारतीय अर्थव्यवस्था में 5जी से 10 खरब डॉलर का प्रभाव पड़ने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह समाज के लिए परिवर्तनकारी होगा क्योंकि इससे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, जन सुरक्षा और आपदा प्रबंधन तथा विनिर्माण पर व्यापक असर होगा।
• उन्होंने कहा कि भारत में 5जी के लिए दूरसंचार विभाग में एक निगरानी समिति बनाने की सिफारिश की गयी जिसमें 5जी प्रोग्राम कार्यालय होना चाहिए और उसके अधीन विशेष प्रोग्राम संयोजक, विशेषज्ञ समिति और दूरसंचार से जुड़े तीनों विभागों का प्रतिधिनत्व होना चाहिए।
Personality

7. कुलदीप नैयर
• भारतीय पत्रकारिता के शिखर पुरु षों में एक कुलदीप नैयर का बुधवार रात यहां निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी और दो पुत्र हैं।
• नैयर का अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार अपराह्न करीब एक बजे लोधी रोड विद्युत शवदाह गृह में कर दिया गया। यूनाइटेड न्यूज आफ इंडिया (यूएनआई) के मुख्य संपादक एवं महाप्रबंधक रहे नैयर का बुधवार को मध्य रात्रि के बाद यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था।
• वह काफी दिनों से बीमार थे और अस्पताल में भर्ती थे।राष्ट्रपति राम नाथ को¨वद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और देश के जाने-माने पत्रकारों ने श्री नैयर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

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