*_1. मृदा जैव विविधता के गंभीर खतरे का सामना करने वाले राष्ट्रों में भारत भी शामिल है: डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ._*
प्रकृति संरक्षण हेतु विश्‍वव्‍यापी कोष (वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर) द्वारा तैयार वैश्विक मृदा जैव विविधता एटलस के अनुसार भारत की मृदा की जैव विविधता गंभीर खतरे में है।
ये निष्कर्ष द्विवार्षिक लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट 2018 के भाग थे।
इस वर्ष की रिपोर्ट का एक प्रमुख पहलू मृदा जैव विविधता और परागणों के लिए खतरा है।
मृदा जैव विविधता के अंतर्गत सूक्ष्म जीवों, सूक्ष्म जीवों (उदाहरण के लिए सूत्रकृमि और टार्डिग्रेड्स) और लघु-जीवों (चींटियों, दीमक और केचुओं) की उपस्थिति होती है।
डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ. का ‘जोखिम सूचकांक’ पूरे विश्‍व को ऊपरी भूमि की विविधता नष्‍ट होने, प्रदूषण और पोषण की अधिकता, अधिक चारागाह, सघन कृषि, अग्नि, मृदा क्षरण, मरूस्‍थलीकरण और जलवायु परिवर्तन के खतरों का संकेत देता है।
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जैव विविधता हानि के दो प्रमुख कारण प्राकृतिक संसाधनों और कृषि का अधिक शोषण करना हैं।
मछली, पक्षियों, स्तनधारियों, उभयचरों और सरीसृपों की जनसंख्‍या में वर्ष 1970 से 2014 तक औसतन 60% की कमी आयी है और ताजे पानी में रहने वाली प्रजातियों में की संख्‍या में 83% की कमी आई है।
वर्ष 1960 से वैश्विक पारिस्थितिकीय पदचिह्न में 190% से अधिक की वृद्धि हुई है।
वैश्विक स्तर पर वर्ष 1970 से झीलों के क्षेत्रों में 87% तक की कमी आयी है।
इन समस्याओं का मुकाबला कैसे करें?

डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ. ने तीन आवश्यक चरण बताए हैं:
जैव विविधता को पुन: प्राप्‍त करने हेतु स्पष्ट रूप से एक लक्ष्‍य निर्धारित करना।
प्रगति के मापक और प्रासंगिक संकेतकों के एक समूह को विकसित करना।
उन कार्यों के समूह पर सहमत होना जो सामूहिक रूप से आवश्यक समय सीमा के भीतर लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।
टॉपिक- जी. एस. पेपर 3 – पर्यावरण

स्रोत- डाउन टू अर्थ

*_2. भारत और जापान ने 75 अरब डॉलर के मुद्रा विनिमय समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।_*
टोक्‍यों में भारतीय प्रधानमंत्री और उनके जापानी समकक्ष शिंजो अबे के मध्‍य वार्षिक समिति बैठक के बाद भारत और जापान ने 75 अरब डॉलर के मुद्रा विनिमय समझौते पर हस्‍ताक्षर किए हैं।
मुद्रा विनिमय संधि, दो प्रमुख एशियाई अर्थव्यवस्थाओं को 75 बिलियन तक के अमेरिकी डॉलर के विरूद्ध या तो भारतीय रूपए में या जापनी येन मे अपनी स्थानीय मुद्राओं को विनिमय करने में सक्षमता प्रदान करेंगी।
यह संधि भारत के लिए एक बड़ी सहायता होगी क्यों कि यह संधि इस समय हुई है जब अमेरिका में ब्याज दरों में होने वाली क्रमिक वृद्धि के कारण रूपया गिर रहा है जिससे कि बाजार में अमेरिकी डॉलर मजबूत हो रहा है।
भारत के चालू खाता घाटे को वित्त पोषित करने पर मुद्रा विनिमय समझौते का सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
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इससे पहले भारत ने कम धनराशि के लिए जापान के साथ मुद्रा विनिमय समझौते में प्रवेश किया था।

वर्ष 2013 में, दोनों पक्षों ने भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) और बैंक ऑफ जापान के मध्‍य द्विपक्षीय मुद्रा विनिमय व्यवस्थापन को 15 अरब डॉलर से 50 अरब डॉलर तक बढ़ाने की मंजूरी प्रदान की थी।
टॉपिक- जी. एस. पेपर 2 – अंतर्राष्‍ट्रीय संबंध

स्रोत- द हिंदू

*_3. सेचेल्स ने दुनिया का पहला संप्रभु ब्लू बॉन्ड लांच किया है।_*

सेचेल्स गणराज्य ने विश्व बैंक द्वारा समर्थित दुनिया का पहला संप्रभु ब्‍लू बॉन्‍ड लांच किया है।
यह अग्रणी वित्‍तीय उपकरण है जिसका प्रयोग सतत समुद्री और मत्‍स्‍य पालन परियोजनाओं को समर्थन देने हेतु किया गया है।
सेचेल्स ब्लू बॉन्ड आंशिक रूप से अमेरिका के 5 मिलियन डॉलर से गारंटीकृत है जो विश्‍व बैंक (आई.बी.आर.डी.) द्वारा गारंटीकृत हैं और भविष्‍य में जी.ई.एफ. से 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर के रियायती ऋण द्वारा समर्थित है जो आंशिक रूप से बॉन्ड के लिए ब्याज भुगतान को कवर करेगा।
मत्स्य पालन क्षेत्र देश का सबसे महत्वपूर्ण उद्योग है, जो वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करता है और जनसंख्या के 17% को नियोजित करता है।
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सेचेल्स के संदर्भ में जानकारी-

सेचेल्स एक द्वीपसमूह राष्ट्र है जिसमें 115 ग्रेनाइट और प्रवाल द्वीप शामिल हैं।
इस देश का भूमि क्षेत्रफल 455 वर्ग कि.मी. है जो लगभग 1.4 मिलियन वर्ग कि.मी. के एक विशेष आर्थिक क्षेत्र में फैला हुआ है।
विश्‍व के जैव विविधता हॉटस्पॉट्स में से एक होने के कारण सेचेल्स आर्थिक रूप से विकसित होने और प्राकृतिक संरक्षण दोनो प्रकार की आवश्यकताओं को संतुलित कर रहा है।
टॉपिक- जी. एस. पेपर 2 – अंतर्राष्‍ट्रीय संबंध

स्रोत- द हिंदू

*_4. प्रधानमंत्री ने दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा, सरदार पटेल के स्‍टैच्‍यू ऑफ यूनिटी का अनावरण किया।_*
भारत के प्रधानमंत्री ने स्‍वतंत्रता सेनानी सरदार वल्‍लभ भाई पटेल की 143 वीं जयंती पर उन्‍हें श्रृद्धांजलि अर्पित करने के रूप में स्‍टैच्‍यू ऑफ यूनिटी का अनावरण किया है, जो कि विश्‍व की सबसे ऊँची प्रतिमा है और इसकी ऊँचाई 182 मीटर है।
उनकी जयंती को प्रत्‍येक वर्ष 31 अक्‍टूबर को राष्‍ट्रीय एकता दिवस (नेशनल यूनिटी डे) के रूप में मनाया जाएगा।
इस प्रतिमा को नर्मदा नदी पर बनाया गया है जिसमें भारत के पहले गृह मंत्री, श्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को चित्रित किया गया है, इस प्रतिमा में वे पारंपरिक धोती और शॉल पहने हुए हैं।
भारत के लौह पुरूष के नाम से प्रसिद्ध सरदार वल्‍लभ भाई पटेल की प्रतिमा बनाने हेतु पूरे देश से लोहा एकत्र किया गया था।
इस प्रतिमा को पद्म भूषण विजेता मूर्तिकार राम वी सुतार द्वारा डिजाइन किया गया है।
इसे लार्सन एंड टर्बो और राज्य संचालित सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड द्वारा बनाया गया है।
स्‍टैच्‍यू ऑफ यूनिटी, वर्तमान में विश्‍व की सबसे ऊँची, केंद्रीय हेनान प्रांत में चीन के स्प्रिंग मंदिर बुद्ध से 177 फीट अधिक ऊँची है।
इस प्रतिमा में दर्शक दीर्घा भी है जो सरदार सरोवर बांध, इसके जलाशयों, सतपुड़ा और विंध्य पर्वत श्रृंखलाओं का दृश्य प्रदान करती है।
टॉपिक- जी. एस. पेपर 2 – महत्‍वूपर्ण व्‍यक्तित्‍व

स्रोत- द हिंदू

*_5. वैश्विक पासपोर्ट सूचकांक_*
वैश्विक पासपोर्ट सूचकांक की नवीनतम रैंकिंग में भारतीय पासपोर्ट को दुनिया में 66वां स्थान प्राप्‍त हुआ था।
रैंकिंग पासपोर्ट के वीज़ा फ्री स्कोर के आधार पर की जाती थी।
भारतीय पासपोर्ट की रैंकिंग धारकों को 66 देशों तक वीज़ा मुक्त पहुंच प्रदान करती है, पिछले वर्ष की तुलना में नौ अंको का सुधार हुआ है।
सिंगापुर के पासपोर्ट को दुनिया के “सबसे शक्तिशाली” पासपोर्ट का दर्जा प्राप्‍त है, सिंगापुर के पासपोर्ट धारक 165 देशों में वीजा मुक्‍त जा सकते है।, इसके बाद जर्मनी, डेनमार्क और स्‍वीडन के स्‍थान हैं।
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ये परिणाम, नागरिकता योजना फर्म हेनले एंड पार्टनर्स के वार्षिक पासपोर्ट सूचकांक का हिस्सा हैं।
यह किसी वीजा को इस आधार पर स्‍थान प्रदान करता है कि वीजाधारक कितने देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकता है अथवा कितने देशों में वीजाधारक जा सकता है जहां वह वीजा, आगंतुक की अनुमति अथवा आगमन पर वैद्युत यात्रा प्राधिकरण प्राप्‍त करता है।
टॉपिक- जी. एस. पेपर 2 – महत्‍वूपर्ण सूचकांक

स्रोत- द हिंदू

*_6. नवजात मृत्यु दर में 15.8 प्रतिशत की कमी के लिए हिमाचल को पुरस्‍कृत किया गया है।_*
हिमाचल प्रदेश ने नवजात मृत्यु दर में 15.8 प्रतिशत की उच्चतम वार्षिक गिरावट के लिए यह पुरस्‍कार प्राप्‍त किया है, हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष चार सप्‍ताह से कम आयु के बच्‍चों की मृत्‍यु में 15.8 फीसदी की कमी आयी है।
तमिलनाडु और दिल्ली को क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्‍त हुआ है।
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काजीरंगा में आयोजित “भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में अच्छे और प्रतिकृति अभ्‍यास एवं नवाचार” पर 5वें राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में पुरस्कार प्रदान किए गए हैं।
नवजात मृत्यु दर में सबसे अधिक वार्षिक गिरावट हेतु यह पुरस्कार केरल (16.7%), मिजोरम (15.6%) और कर्नाटक (14.3%) को भी प्रदान किए गए हैं।
पांच से कम मृत्‍युदर के अंतर्गत सबसे अधिक वार्षिक कमी हेतु हिमाचल प्रदेश (18.2%), असम (16.1%), और झारखंड, गुजरात और केरल (15.4%) को पुरस्‍कार प्रदान किए गए हैं।
परिवार नियोजन में सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन करने के क्षेत्र में पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और राजस्थान को पुरस्‍कृत किया गया है।
टी.बी. नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत आंध्र प्रदेश, गुजरात और अरुणाचल प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्रदान किए गए हैं।
टॉपिक- जी. एस. पेपर 2 – महत्‍वूपर्ण पुरस्‍कार

स्रोत- इंडियन एक्‍सप्रेस

*_7. डब्ल्यू.टी.ओ. ने निर्यात सब्‍सिडियों पर भारत-यू.एस. मुकदमें पर एक विवाद पैनल का गठन किया है।_*

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यू.टी.ओ.) के विवाद निपटान निकाय ने भारत द्वारा निश्चित निर्यात-सब्सिडी उपायों के खिलाफ अमेरिकी शिकायत की जांच के लिए एक पैनल का गठन किया है।
इस पैनल का गठन तब किया गया है जब दोनों पक्ष परामर्श स्तर पर इस मुद्दे को हल करने में विफल रहे हैं।
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अमेरिका ने निर्यात सब्सिडी पर वैश्विक व्यापार निकाय के विवाद निपटान तंत्र में भारत के खिलाफ शिकायत दर्ज की है और कहा है कि ये प्रोत्साहन राशियां अमेरिकी कंपनियों को नुकसान पहुंचा रही थी।
अमेरिका ने डब्ल्यू.टी.ओ. में भारत योजना से निर्यात व्‍यापार करने जैसे भारत के निर्यात सब्सिडी कार्यक्रमों को यह कहते हुए चुनौती दी है कि इस प्रकार की पहलें असमान व्‍यवस्‍था का निर्माण कर उनकी कपनियों को नुकसान पहॅुंचा रही हैं।
विवाद निपटान निकाय के संदर्भ में जानकारी-

डब्ल्यू.टी.ओ. के सदस्यों के मध्‍य विवादों का निपटारा कराने के लिए सामान्‍य परिषद को विवाद निपटान निकाय (डी.एस.बी.) के रूप में गठित किया गया है।
ऐसे विवाद उरुग्वे दौरे के अंतिम अधिनियम में निहित किसी भी समझौते के सापेक्ष उत्पन्न हो सकते हैं जो विवादों (डी.एस.यू.) के निपटान को नियंत्रित करने वाले नियमों और प्रक्रियाओं पर समझ के अधीन है।
डी.एस.बी. को विवाद निपटान पैनल स्थापित करने, मध्यस्थता के मामलों को संदर्भित करने, पैनल, अपीलीय निकाय और मध्यस्थता रिपोर्टों को स्‍वीकार करने, ऐसी रिपोर्टों में निहित सिफारिशों और निर्णयों के अधिनियमन पर निगरानी बनाए रखने और इन सिफारिशों और निर्णयों के साथ गैर-अनुपालन की स्थिति में रियायतों को आधिकारिक रूप से निलंबित करने का अधिकार प्राप्‍त है।
भारत योजना से निर्यात व्‍यपार (एम.ई.आई.एस.)

भारत सरकार ने विदेश व्यापार नीति (एफ़.टी.पी.) 2015-20 के माध्यम से भारत योजना से निर्यात व्‍यापार (एम.ई.आई.एस.) पेश किया है।
यह भारत में निर्मित/ उत्पादित अधिसूचित वस्तुओं के निर्यात को बढ़ावा देना चाहता है।
एम.ई.आई.एस., भारत सरकार की प्रमुख निर्यात संवर्धन योजना है जो वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा लागू की गई है।
नोट: वर्ष 2017-18 में अमेरिका के लिए भारत का निर्यात $47.9 बिलियन था, जब कि समान वित्तीय वर्ष में भारत का आयात $26.7 बिलियन था।

टॉपिक- जी. एस. पेपर 3 –महत्वपूर्ण संगठन

स्रोत- द हिंदू

*_8. विश्‍व के 50 नाइट्रोजन उत्सर्जन हॉटस्‍पॉट्स में से तीन भारत के हैं।_*
उपग्रह डेटा पर आधारित ग्रीनपीस विश्लेषण ने 50 हॉटस्पॉटों की पहचान की है जिसमें से 10 चीन में, 8 अरब दुनिया, चार यूरोप में और भारत, अमेरिका और डीआर कांगो में प्रत्‍येक में तीन हॉटस्‍पॉट हैं।
भारत में ये तीन हॉटस्‍पॉट दिल्ली-एन.सी.आर., एक ऐसा क्षेत्र जो यू.पी. के सोनभद्र और एम.पी. के सिंगरौली दोनो में आता है और अन्‍य क्षेत्र ओडिशा के तलचर-अंगुल में स्थित है।
दक्षिण अफ्रीका का मपुमलंगा प्रांत वायु में सबसे अधिक मात्रा में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2) उत्सर्जित करता है।
कोयला, तेल उत्सर्जन के प्रमुख स्रोत हैं-

सबसे अधिक 50 हॉटस्‍पॉटों में से 19 हॉटस्‍पॉटों में उत्‍सर्जन का प्रमुख स्रोत, कोयले और तेल से ऊर्जा उत्‍पादन करना है।
इसके बाद उत्‍सर्जन के प्रमुख स्रोत विनिर्माण उद्योग (14), चीन में सबसे विशेष रूप से इस्पात संयंत्र और परिवहन (10) हैं।
इन स्रोतों को वैश्विक ई.डी.जी.ए.आर. ग्रिडेड उत्सर्जन सूची के द्वारा पहचाना गया है जो उत्सर्जन स्रोतों का एक व्यापक सहकर्मी-समीक्षा मानचित्र है।
NO2 उत्सर्जन के स्‍वास्‍थ्‍य पर प्रभाव-

NO2 एक खतरनाक प्रदूषक है जो वायु प्रदूषण के दो सबसे खतरनाक रूपों पी.एम. 2.5 और ओजोन के निर्माण में योगदान देता है।
श्‍वसन वायु में NO2 की अधिक सांद्रता मानव श्वसन प्रणाली में वायुमार्ग को प्रभावित कर सकती है।
कम समयावधि में इस प्रकार के जोखिम श्‍वसन बीमारियों को गंभीर बना सकते हैं, विशेष रूप से दमा की बीमारी कर सकते हैं, श्‍वसन लक्षणों (जैसे: खांसी, खरखराहट और सांस लेने में तकलीफ) को उत्‍पन्‍न कर सकते हैं।
NO2 की अधिक सांद्रता में लंबे समय तक बने रहने से यह अस्‍थमा के विकसित होने में योगदान देता है और श्‍वसन संक्रमण की संवेदनशीलता में वृद्धि करता है।
टॉपिक- जी. एस. पेपर 3 – पर्यावरण

स्रोत- डाउन टू अर्थ

*_9.’जन्मजात नागरिकता समाप्‍त होने जा रही है।’_*

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जन्मजात नागरिकता प्रावधान समाप्त करने वाले कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने की योजना बना रहे हैं।
इस प्रावधान के अंतर्गत देश में पैदा हुए किसी भी व्यक्ति को अमेरिकी नागरिकता स्वचालित रूप से प्राप्‍त हो जाती है।
अमेरिकी संविधान में 14वें संशोधन के परिणामस्‍वरूप जुस सोलि का सिद्धांत (मिट्टी का अधिकार) प्राप्‍त हुआ था, जिसे गृह युद्ध के बाद वर्ष 1868 में पूर्व गुलामों को कानूनी अधिकार प्रदान करने हेतु अधिनियमित किया गया था।
यह बताता है: “संयुक्त राज्य अमेरिका में पैदा हुए अथवा देशीयकृत सभी व्‍यक्तियों को और इसके अधिकार क्षेत्र के अधीन सभी लोगो को संयुक्त राज्य अमेरिका की नागरिकता और जिस राज्य में वे रहते हैं, वहां की नगारिकता प्राप्‍त है।”
इसलिए अमेरिका में पैदा हुए व्यक्ति, अस्थायी वीजा रखने पर भी अथवा यहां वैध वीज़ा रखे बिना भी अमेरिकी नागरिक हैं।
यू.एस. डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी ने वर्ष 2014 में अमेरिका में बिना वैध स्थिति के रहने वाले विदेशियों की संख्‍या 12 मिलियन से अधिक ज्ञात की थी।
यह अमेरिका में अवैध आप्रवासियों की समस्या को रोकने में मदद करेगा।
टॉपिक- जी. एस. पेपर 2 – अंतर्राष्‍ट्रीय संबंध

स्रोत- द हिंदू

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