21 Feb बैंकों का राष्ट्रीयकरण खत्म करें मोदी
(शेखर गुप्ता) (एडिटर-इन-चीफ, 'द प्रिन्ट' ) दोहराव का जोखिम लेकर मैं यह कहावत कहूंगा : किसी संकट को बर्बाद मत होने दीजिए। कहावत कभी अमल में नहीं लाई जाती, क्योंकि इसके लिए लगता है साहस। नौकरशाहों, समय काटने वालों और जोखिम विरोधी लोगों का यह विकल्प नहीं...