ECONOMY

1.संशोधित जन-धन योजना में 20 लाख लोग शामिल
• संशोधित प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) में पांच सितंबर तक कम-से-कम 20 लाख लोग शामिल हुए हैं। इसके साथ वित्तीय समावेश के इस प्रमुख कार्यक्रम में खाताधारकों की कुल संख्या बढ़कर 32.61 करोड़ हो गई है।
• वित्त मंत्रालय ने यह जानकारी दी।इस महीने की शुरुआत में सरकार ने पीएमजेडीवाई को उच्च बीमा कवच के साथ खुली अवधि वाली योजना के रूप में दोबारा शुरू कर दिया और ओवरड्राफ्ट (ओडी) सुविधा को दोगुना कर दिया। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 14 अगस्त को समाप्त हुई चार साल की अवधि से आगे इस योजना को जारी रखने का फैसला किया जिसका उद्देश्य औपचारिक बैंकिंग प्रणाली को ‘‘हर घर के हर वयस्क’ तक ले जाना है।
• वित्त मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार 15 अगस्त से 5 सितंबर की अवधि के दौरान, 32.61 पीएमजेडीवाई खातों में कुल जमा में 1,266.43 करोड़ रपए की वृद्धि देखी गई। पीएमजेडीवाई खातों में बचा शेष धन 5 सितंबर को 82,490.98 करोड़ रूपये , था। संशोधित योजना के तहत, 28 अगस्त के बाद नए पीएमजेडीवाई खातों के तहत नए रुपे कार्डधारकों के लिए आकस्मिक बीमा कवर एक लाख से बढ़ाकर 2 लाख रूपये कर दिया गया है।
• इसके अलावा, 5,000 रपए की मौजूदा ‘‘ओवर ड्राफ्ट’ (ओडी) सीमा बढ़ाकर 10,000 रूपये कर दी गयी है। इसके अलावा, 2,000 रूपये तक के ओडी के लिए कोई शर्त नहीं जुड़ी होगी।
• आंकड़ों से यह भी पता चला है कि 28 अगस्त के बाद पीएमजेडीवाई खाते खोलने वाले करीब 7.18 लाख लोग 2 लाख रूपये के आकस्मिक बीमा कवर का लाभ उठा सकते हैं। अगस्त 2014 में शुरू पीएमजेडीवाई के पहले चरण में बुनियादी बैंक खातों और रुपे डेबिट कार्ड खोलने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

2. एमईआइएस योजना में निर्यात प्रोत्साहन पाना हुआ आसान
• वाणिच्य मंत्रालय के अधीन विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने कारोबारियों के लिए एमईआइएस योजना के तहत निर्यात प्रोत्साहनों का लाभ उठाने की प्रक्रिया को सरल बनाया है। इसका लक्ष्य निर्यातकों के लिए कारोबार को आसान बनाना है।
• मर्चेडाइज एक्सपोर्ट फ्रॉम इंडिया स्कीम (एमईआइएस) के तहत सरकार उत्पाद और संबंधित देश के आधार पर शुल्क लाभ प्रदान करती है। डीजीएफटी सोमवार से ईडीआइ (इलेक्ट्रॉनिक डाटा इंटरफेस) शिपिंग बिलों के माध्यम से किए गए निर्यात के संबंध में एमईआइएस दावों के आवेदनों के लिए प्रणालीगत स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू करेगा।
• यह कदम निर्यातकों द्वारा इस योजना के तहत प्रोत्साहनों का लाभ उठाने के लिए किए गए दावों के ऑटोमैटिक अप्रूवल को सक्षम बनाएगा। एक अधिकारी ने बताया, ‘एमईआइएस के लिए ई-कॉम मॉड्यूल की इस नई व्यवस्था में स्थानीय अधिकारी एमईआइएस आवेदन की जांच नहीं करेंगे।
• आवेदन स्वचालित रूप से स्वीकृत हो जाएगा। डीजीएफटी के अधिकारियों को केवल उसके प्रिंट और ड्यूटी क्रेडिट स्क्रिप्स को अटेस्ट करना होगा।’ इस योजना के तहत रियलाइज्ड फ्री-ऑन-बोर्ड वैल्यू के फीसद के आधार पर रिवार्ड मिलता है।
• एमईआइएस ड्यूटी क्रेडिट स्क्रिप या सर्टिफिकेट का इस्तेमाल कस्टम ड्यूटी या अन्य किसी शुल्क के भुगतान में किया जा सकता है। अधिकारी का कहना है कि इससे दावों के निपटारे में समय बचेगा और प्रक्रिया तेज होगी। महानिदेशालय लगातार विदेश व्यापार नीति से जुड़ी योजनाओं को आसान करने की दिशा में कदम उठाता रहता है। इसके लिए डीजीएफटी ने सरल, तेज और दक्ष प्रक्रियाओं को अपनाया है।
• एक नोटिस में डीजीएफटी ने कहा, ‘कारोबारी सुगमता (ईज ऑफ डूइंग बिजनेस) के सरकार के लक्ष्य के अनुरूप महानिदेशालय एमईआइएस क्लेम के आवदेनों के अप्रूवल के लिए प्रणालीगत व्यवस्था की शुरुआत करेगा।’
• वित्त वर्ष 2017-18 में देश का निर्यात करीब 10 फीसद बढ़कर 303 अरब डॉलर रहा था। निर्यात को बढ़ावा देने से देश में रोजगार सृजन, विनिर्माण को बढ़ावा देने और अधिक विदेशी मुद्रा जुटाने में मदद मिलती है।

INTERNATIONAL

3. लीबिया में चुनाव के लिए जर्मनी करेगा आर्थिक मदद
• लीबिया में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) ने शनिवार को कहा कि त्रिपोली में चुनाव कार्यक्रमों के लिए जर्मनी आर्थिक मदद देगा। इसके लिए वह लीबिया को 20 लाख यूरो (23.3 लाख डॉलर) मुहैया कराएगा।
• समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने यूएनडीपी के बयान के हवाले से बताया कि लीबिया में जर्मनी के राजदूत ओलिवर ओकजा ने यह घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य 2018 से 2020 के बीच लीबिया में नगरपालिका चुनावों के संचालन में केंद्रीय समिति (सीसीएमसीई) की मदद करना है।
• सीसीएमसीइ ने गुरुवार को दक्षिण-पश्चिमी लीबिया के शहरों बानी वालिद और देर्ज शहरों में नगरपालिका चुनावों की घोषणा की थी। इसके बाद जर्मनी की ओर से इस आर्थिक मदद का एलान किया गया।

SCIENCE

4. धरती पर बर्फ के नुकसान का आकलन करेगा नासा का लेजर सेटेलाइट आइससेट-2
• नासा ने एक अति आधुनिक लेजर सेटेलाइट को अंतरिक्ष में भेजा। यह धरती पर बर्फ में आई कमी के साथ ही समुद्र तल में हुई वृद्धि पर समय-समय पर अपनी रिपोर्ट भेजेगा। इसी काम के लिए 2003 में ‘आइससेट’ सेटेलाइट छोड़ा गया था, जिसका अभियान 2009 में समाप्त हुआ था।
• आइससेट ने समुद्री बर्फ की परत के बहुत पतला होने और ग्रीनलैंड के तटीय इलाकों और अंटार्कटिका के ऊपर से बर्फ की परत पूरी तरह हटने की जानकारी दी थी।1आइससेट-2 नामक यह सेटेलाइट आधा टन वजनी है। इसे शनिवार सुबह 6.02 मिनट पर कैलिफोर्निया स्थित वांडेनबर्ग एयरफोर्स बेस पर डेल्टा-2 रॉकेट से छोड़ा गया। इसके निर्माण पर एक अरब डॉलर खर्च हुए हैं।
• एक दशक में यह पहली बार है, जब नासा के पास अंतरिक्ष में एक ऐसा उपकरण होगा, जिससे दुनिया भर में बर्फ की परत की ऊंचाई मापी जा सकेगी।
• बता दें कि पहले और दूसरे अभियानों के इन नौ वर्षो के बीच आइसब्रिज नाम के एक एयरक्राफ्ट मिशन के द्वारा आर्टिक और अंटार्कटिक के ऊपर बर्फ की परतों की ऊंचाई मापी गई थी।
• ये है खासियत : आइससेट-2 नामक यह सेटेलाइट एक सेकेंड में 10,000 बार लेजर छोड़ेगा। यह सिर्फ एक क्षेत्र को ही कवर नहीं करेगा बल्कि यह बर्फ की ऊंचाई और ढाल की भी नाप लेगा, जबकि इसका पूर्ववर्ती सेटेलाइट सिर्फ एक सेकेंड में 40 बार लेजर छोड़ता था।
• नासा के बयान के मुताबिक, सेटेलाइट ग्रीनलैंड और अंटार्कटिक में वार्षिक तौर पर 0.4 मिमी की चौड़ाई के आकार वाली बर्फ की परत की ऊंचाई में हुए बदलाव की भी जानकारी एकत्र करेगा।

ENVIRONMENT

5. भारत को मैंगखुट तूफान पहुंचाएगा फायदा
• मौसम विभाग ने एशिया प्रशांत क्षेत्र में इस साल के सबसे तेज तूफान ‘‘मैंगखुट’ का सकारात्मक असर पड़ने का दावा करते हुए कहा है कि इसकी वजह से दक्षिण पश्चिम मानसून को विस्तार मिलेगा जिससे देश के पूर्वी एवं उत्तरी इलाकों में बारिश का अतिरिक्त दौर देखने को मिल सकता है।
• उल्लेखनीय है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में इस साल के दो सबसे तेज तूफान, ‘‘बारिजात’ और ‘‘मैंगखुट’ के कारण पिछले दो दिनों में फिलीपीन सहित आसपास के देशों में तबाही मचाए हुए हैं। मौसम विभाग की वैज्ञानिक सुनीता देवी ने कहा कि शुक्रवार को बारिजात और मैंगखुट तूफानों के कारण भारी तबाही हुई है। लेकिन भारत में इसका सकारात्मक असर पड़ेगा।
• मौजूदा समय में तूफान का रुख पश्चिम की ओर है और देखते हुए अगले तीन दिनों में यह भारत के पूर्वी तट पर दस्तक दे सकता है। हालांकि इस दौरान तूफान की गति धीमी पड़ने के कारण तटीय इलाकों में चक्रवात जैसे किसी खतरे की आशंका नहीं है। उन्होंने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे हवा के कम दबाव के क्षेत्र को मांखुत प्रभावित करेगा। इसकी वजह से देश में दक्षिण पश्चिम मानसून के वापस लौटने की अवधि में लगभग एक सप्ताह की बढ़ोतरी तय है। फलस्वरूप 18 और 19 सितंबर को नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, असम और मेघालय में मानसून की अतिरिक्त बारिश का दौर देखने को मिल सकता है।
• डा. देवी ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून के 15 सितंबर को वापस लौटने की संभावना थी लेकिन पूर्वोत्तर में इसके विस्तार को देखते हुये मध्य भारत में भी यह अगले सप्ताह अतिरिक्त बारिश ले कर आयेगा। इसके मद्देनजर 20 और 21 सितंबर को उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में तथा 23 और 24 सितंबर को पूर्वी राजस्थान एवं पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की से तेज बारिश हो सकती है।
• सामान्य तौर पर देश में दक्षिण पश्चिम मानसून की एक सितंबर तक वापसी शुरू हो जाती है। इस साल इसकी अवधि में दो सप्ताह के इजाफे के कारण इस अवधि में देश के उत्तर एवं पूर्वोत्तर राज्यों में अतिरिक्त बारिश का दौर जारी रहा।
• विभाग ने मानसून के लौटने में एक सप्ताह के इजाफे की संभावना को देखते हुए देश में अब तक हुई बारिश के स्तर में लगभग नौ प्रतिशत की कमी के पूरा होने की उम्मीद जताई है।

Literature Festival

6. जयपुर साहित्य महोत्सव का ह्यूस्टन में शानदार आगाज
• दुनिया का सबसे बड़ा साहित्य महोत्सव शुक्रवार को टेक्सास में एशिया सोसायटी में शुरू हुआ। भारतीय सूफी गायिका जिला खान की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति के साथ महोत्सव का आगाज हुआ।
• इसके उद्घाटन सत्र में कांग्रेस नेता और लेखक शशि थरूर ने भी शिरकत की और उन्होंने लेखक नमिता गोखले के साथ अपनी पुस्तक ‘‘व्हाई आई एम ए हिन्दू पर र्चचा की।
• जेएलएफ की शुरुआत 2006 में हुई और यह हर साल जयपुर में आयोजित किया जाता है।
• इस वार्षिक महोत्सव में भारत और विदेश से कई प्रतिष्ठित लोग शिरकत करते हैं।
• यह महोत्सव इस सप्ताह ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और अन्य अमेरिकी शहर जैसे कि न्यूयॉर्क और फिर कोलोराडो के बोल्डर में आयेजित किया जाएगा।

Sorce of the News (With Regards):- compile by Dr Sanjan,Dainik Jagran(Rashtriya Sanskaran),Dainik Bhaskar(Rashtriya Sanskaran), Rashtriya Sahara(Rashtriya Sanskaran) Hindustan dainik(Delhi), Nai Duniya, Hindustan Times, The Hindu, BBC Portal, The Economic Times(Hindi& English)

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