04 Sep लगातार ऊंची वृद्धि दर से ही आएंगे अच्छे दिन
(गुरचरण दास) (दैनिक भास्कर से साभार ) अरविंद सुब्रह्मण्यम ने मुख्य आर्थिक सलाहकार पद से विदा होते हुए जो कहा उससे हमारी शब्दावली में एक नया जुमला आ गया 'कलंकित पूंजीवाद'। इससे उनका आशय यह था कि मुक्त बाजारों को अभी भी भारत में सुविधाजनक जगह नहीं...